मेरठ परिक्षेत्र में मिशन शक्ति की गूगल मीट समीक्षा, डीआईजी नैथानी ने दिए कड़े निर्देश

Rashtriya Shikhar
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Mission Shakti Reviewed via Google Meet in Meerut Zone, DIG Naithani Issues Strict Directives IMAGE CRDIT TO POLICE

मेरठ (शिखर समाचार) प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान फेज 5.0 के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रविवार को मेरठ परिक्षेत्र में विशेष समीक्षा बैठक आयोजित की गई। पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने अपने शिविर कार्यालय से गूगल मीट के माध्यम से यह समीक्षा की। बैठक में मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ जनपदों के मिशन शक्ति नोडल अधिकारी, जनपदीय मिशन शक्ति सेल तथा थानों पर स्थापित मिशन शक्ति केन्द्रों के प्रभारी जुड़े।

हर पीड़िता को न्याय और सहारा: मिशन शक्ति केंद्रों पर 360° सपोर्ट का निर्दे

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मेरठ से एएसपी अपराध अवनीश कुमार, बुलंदशहर से एएसपी नगर शंकर प्रसाद, बागपत से एएसपी प्रवीण कुमार और हापुड़ से एएसपी विनीत भटनागर समेत सभी मिशन शक्ति केन्द्र प्रभारी मौजूद रहे। डीआईजी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि मिशन शक्ति केन्द्रों पर आने वाली प्रत्येक पीड़िता को न केवल सुनवाई मिले, बल्कि उनके पुनर्वास और मानसिक सशक्तिकरण तक हर स्तर पर सहयोग दिया जाए। प्रत्येक प्रकरण को यूनिक नम्बर आवंटित करने और 360 डिग्री काउंसिलिंग सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।

उन्होंने कहा कि एन्टी रोमियो स्क्वॉड केवल औपचारिकता पूरी न करे, बल्कि स्कूल, कॉलेज, भीड़भाड़ वाले इलाके और नवरात्रि के पंडालों में सक्रिय रहकर शोहदों पर सख्त कार्रवाई करें। मिशन शक्ति केन्द्रों को एसओपी के मुताबिक काम करने और अन्य विभागों जैसे महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, ग्राम विकास, समाज कल्याण, परिवहन व जनसम्पर्क विभागों के साथ तालमेल बनाकर योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए।

थाना प्रभारी से लेकर क्षेत्राधिकारी तक: मिशन शक्ति केंद्रों की कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई का संकल्प

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समीक्षा में यह भी तय हुआ कि सभी थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी मिशन शक्ति केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करेंगे। यदि किसी केस में काउंसलिंग के दौरान एफआईआर दर्ज करने की जरूरत सामने आए, तो थाना प्रभारी तत्काल मुकदमा पंजीकृत करें। पीड़िताओं को फैमिली कोर्ट, वन स्टॉप सेंटर, चाइल्डलाइन और नारी संरक्षण गृह से जोड़ने पर विशेष बल दिया गया।

इसके अलावा डीआईजी नैथानी ने मिशन शक्ति के प्रचार-प्रसार को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि हेल्पलाइन नम्बर व्यापक स्तर पर प्रचारित किए जाएं, पंचायत और वार्ड स्तर पर संयुक्त टीमें बनाकर कार्यक्रम आयोजित हों और स्कूल-कॉलेजों में पम्पलेट व फोल्डर के जरिए बालिकाओं व महिलाओं को जागरूक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि मिशन शक्ति से जुड़ी सभी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और वन स्टॉप सेंटर की जानकारी हर महिला तक पहुंचे। साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि शासन और मुख्यालय द्वारा जारी परिपत्र का अक्षरशः पालन करें और मिशन शक्ति को जमीनी स्तर पर परिणाममूलक बनाएं।

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