गाजियाबाद (शिखर समाचार)। मेरा युवा भारत, गाजियाबाद युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में शंभू दयाल डिग्री कॉलेज में बुधवार को सद्भावना दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या, शिक्षकगण एवं अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। अध्यक्षता प्रो. (डॉ.) कमलेश भारद्वाज ने की, जबकि उपनिदेशक देवेंद्र कुमार ने युवाओं को एकता, भाईचारा, शांति और अहिंसा के संदेश को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा उसकी एकता और विविधता में है तथा युवाओं को जाति-धर्म की संकीर्णताओं से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना होगा।
वसुधैव कुटुम्बकम् से 2047 के विकसित भारत की ओर — भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने जताई सद्भावना की अहमियत
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पूनम सिंह ने अपने संबोधन में वसुधैव कुटुम्बकम् और अनेकता में एकता के सिद्धांत को अपनाने पर जोर दिया और कहा कि आपसी समझ और सद्भाव ही भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की आधारशिला है। इस मौके पर राष्ट्र की प्रगति में सद्भावना की आवश्यकता विषय पर भाषण प्रतियोगिता हुई, जिसमें 12 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। निर्णायक मंडल में प्रो. (डॉ.) जे.के. सिरोहा और प्रो. (डॉ.) छाया त्यागी शामिल रहे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सानू, द्वितीय स्थान प्रीत कसाना तथा तृतीय स्थान मानसी ने प्राप्त किया, जबकि गुनगुन गौर, संतोष, दीपांशु और सुजाता को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। सभी विजेताओं को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
युवाओं ने लिया सद्भावना शपथ, कार्यक्रम में हुआ अतिथियों का सम्मान और उत्साहपूर्ण सहभागिता
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कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों और उपस्थित युवाओं ने सद्भावना शपथ ली। अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। आयोजन का संयोजन डॉ. पूनम सिंह ने किया, जबकि संचालन राजा, मानसी और प्रकाश तिवारी ने किया। पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक तालिब का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर प्रो. जे.के. सिरोहा, डॉ. छाया त्यागी, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. रोचन मित्तल, साकेत सिसोदिया सहित करीब 100 युवाओं ने सहभागिता की।