गाज़ियाबाद (शिखर समाचार) विजयनगर स्थित जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल में आर.एच.ए.एम. फाउंडेशन, रोटरी क्लब और यशोदा हॉस्पिटल के सहयोग से शुक्रवार को एक भव्य मेगा हेल्थ अवेयरनेस कैंप आयोजित किया गया। इस विशेष शिविर का मकसद विद्यार्थियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें छोटी उम्र से ही बीमारियों से बचाव के सही तरीके सिखाना था।
रोटेरियन वरुण और रोटेरियन अंजू गौड़ के नेतृत्व में सफल स्वास्थ्य जागरूकता शिविर
कार्यक्रम का संचालन रोटेरियन वरुण गौड़ और विद्यालय की प्रधानाचार्या रोटेरियन अंजू गौड़ के मार्गदर्शन में हुआ। शिविर में बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की और विशेषज्ञ डॉक्टरों से प्रत्यक्ष रूप से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी हासिल की।
दंत चिकित्सकों की टीम ने बच्चों को मौखिक स्वच्छता और दाँतों की देखभाल का महत्व समझाया। सही ब्रशिंग तकनीक का प्रदर्शन करते हुए उन्हें समझाया गया कि दिन में दो बार ब्रश करना, मीठे खाद्य पदार्थों का कम सेवन करना और ताज़ी सब्ज़ियों व मौसमी फलों को आहार में शामिल करना न सिर्फ दाँतों बल्कि पूरे शरीर के लिए लाभकारी है। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि दाँतों की देखभाल जीवनभर स्वास्थ्य का आधार है।
नेत्र चिकित्सकों ने आँखों की सुरक्षा पर दी अहम सलाह
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/transfers-of-16-ips-officers-chiefs-change/
वहीं नेत्र चिकित्सकों ने विद्यार्थियों के आँखों की जाँच की और उन्हें टीवी व मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी से बचने के उपाय बताए। बच्चों को पढ़ाई के दौरान पर्याप्त रोशनी और उचित दूरी बनाए रखने की भी सलाह दी गई।
परामर्श चिकित्सकों ने बच्चों और शिक्षकों को ब्लड प्रेशर व शुगर लेवल नियंत्रित रखने के उपाय बताते हुए संतुलित आहार, योग, नियमित व्यायाम और मानसिक शांति को स्वस्थ जीवनशैली का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि समय पर सोना, सुबह नाश्ता करना और तनाव को काबू में रखना जैसी आदतें लंबे समय तक स्वास्थ्य को मज़बूत बनाती हैं।

विद्यालय के निदेशक डॉ. करुण गौड़ ने शिविर की सफलता पर खुशी जताई और सभी चिकित्सकों, रोटरी क्लब सदस्यों तथा समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे स्वास्थ्य शिविर बच्चों को जीवनभर काम आने वाली सीख देते हैं और आगे भी विद्यालय ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा ताकि विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास बराबरी से हो सके।