मेरठ (शिखर समाचार) प्रदेश सरकार की जनसुनवाई व शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पर मेरठ परिक्षेत्र ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखते हुए अगस्त 2025 की मूल्यांकन रिपोर्ट में पहला स्थान हासिल किया है। खास बात यह है कि यह उपलब्धि मेरठ परिक्षेत्र ने लगातार छठी बार अपने नाम की है, जो पुलिस प्रशासन की सजगता और जनता के मुद्दों पर गंभीरता का प्रमाण माना जा रहा है।
समयबद्ध शिकायत निवारण से मेरठ परिक्षेत्र बना प्रदेश का नंबर वन
पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी ने जानकारी दी कि आईजीआरएस, जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायतों का पूरी तत्परता और समयबद्ध ढंग से निस्तारण कराया गया। शासन की मंशा के अनुरूप की गई इस कार्यप्रणाली का ही नतीजा है कि मेरठ परिक्षेत्र एक बार फिर प्रदेश के सभी परिक्षेत्रों से आगे रहा।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और जांच में किसी तरह की औपचारिकता न बरती जाए। डीआईजी ने जनपद प्रभारियों को आदेशित किया कि अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर तथ्यों की पड़ताल करें, केवल फोन या थाने में बैठकर रिपोर्ट न भेजें। साथ ही थाना प्रभारी व्यक्तिगत रूप से शिकायतकर्ता से फीडबैक लेकर ही जांच आख्या पोर्टल पर अपलोड करें।
पोर्टल शिकायतों की नियमित समीक्षा और सटीक जांच से सुनिश्चित बेहतर सेवा
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डीआईजी नैथानी ने यह भी कहा कि थानों पर शिकायतों व फीडबैक से संबंधित रजिस्टर हमेशा अपडेट रहें और नोडल अधिकारी हर 15 दिन पर पोर्टल से प्राप्त शिकायतों की समीक्षा अनिवार्य रूप से करें। जांच आख्या में घटनास्थल की भौगोलिक स्थिति यानी लैटिट्यूड और लॉन्गिट्यूड दर्ज करना भी आवश्यक होगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि शासन की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण है। ऐसे प्रयासों से आम नागरिकों का पुलिस पर विश्वास और मजबूत होगा और मेरठ परिक्षेत्र की छवि लगातार और बेहतर बनेगी।