गाजियाबाद (शिखर समाचार) गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने मंगलवार को ज़ोन-5 क्षेत्र में अवैध कॉलोनाइज़रों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए तीन बड़े इलाकों में बुलडोज़र चलाया। कार्रवाई पिपलेहड़ा, शेखपुर खिचड़ा और आईएमईएस कॉलेज के आसपास की उन कॉलोनियों पर हुई, जहां बिना अनुमति सैकड़ों प्लॉट काटे जा रहे थे। अधिकारियों के मुताबिक करीब 60 हज़ार वर्ग मीटर भूमि पर अवैध कॉलोनियां खड़ी कर दी गई थीं।
जीडीए की सख्ती: डासना और आसपास के इलाकों में अवैध निर्माण ध्वस्त, 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र साफ
जीडीए के सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सबसे पहले आईएमईएस कॉलेज डासना के पास करीब 20000 वर्ग मीटर ज़मीन पर बनाई गई इंटरलॉकिंग टाइल वाली सड़कें, नाली और अन्य निर्माण ध्वस्त किए गए। यह जमीन विभिन्न लोगों के नाम पर थी, जिनमें निर्झर मेहरोत्रा, कृतिका गुप्ता, मौ. यासीन और सन्नी चौधरी शामिल हैं।
इसके बाद ग्राम पिपलेहड़ा और शेखपुर खिचड़ा में भी बुलडोज़र चला। यहां गोदरेज गोदाम के पीछे और एनटीपीसी रोड के पास बिजली के खंभे, नालियां और अवैध सड़कें तोड़ी गईं। लगभग 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए गए अवैध कार्य को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया।
ग्राम पिपलेहड़ा में अवैध निर्माण ध्वस्त, विरोध के बीच जीडीए ने कड़ा रुख दिखाया
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तीसरी कार्रवाई ग्राम पिपलेहड़ा, ईदगाह रोड पर मदरसे के सामने हुई। यहां करीब 20000 वर्ग मीटर भूमि पर मिट्टी भराव, कच्ची सड़कें और ऑफिस के रूप में बनी अवैध संरचनाएं गिरा दी गईं। यह निर्माण हाजी रफीक और जुल्फिकार पुत्रगण अब्दुल कदीर के नाम पर किए जा रहे थे। कार्रवाई के दौरान कॉलोनाइज़रों और स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन जीडीए प्रवर्तन टीम और पुलिस बल ने स्थिति को काबू में करते हुए पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया।
प्रभारी प्रवर्तन जोन-5 योगेश पटेल ने स्पष्ट चेतावनी दी कि बिना अनुमति बनाए गए किसी भी निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। जीडीए अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा, बल्कि अगले महीने भी बड़े स्तर पर अवैध निर्माणों और कॉलोनियों पर बुलडोज़र चलता रहेगा।
