गाजियाबाद के जिला जज Ashish Garg का हर्निया ऑपरेशन के बाद यशोदा अस्पताल कौशांबी में निधन, न्यायिक जगत में शोक की लहर

Rashtriya Shikhar
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District Judge of Ghaziabad, Ashish Garg, Passes Away at Yashoda Hospital, Kaushambi After Hernia Surgery – Wave of Mourning in Judicial Community IMAGE CREDIT TO ASHISH GARG JUDGE PROFILE

गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद जिला एवं सत्र न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायिक अधिकारी जिला जज आशीष गर्ग का सोमवार को यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान निधन हो गया। उनकी अचानक हुई मृत्यु ने न्यायिक बिरादरी, अधिवक्ता समुदाय और प्रशासनिक तंत्र को गहरे शोक में डुबो दिया है।

सर्जरी के दौरान बिगड़ी तबीयत, नहीं बच सके जिला जज आशीष गर्ग — न्यायिक जगत में शोक की लहर

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिला जज आशीष गर्ग को लंबे समय से हर्निया की परेशानी थी, जिसके उपचार के लिए उन्होंने सोमवार को यशोदा हॉस्पिटल में सर्जरी करवाई। अस्पताल सूत्रों के अनुसार सुबह ऑपरेशन निर्धारित समय पर शुरू हुआ। ऑपरेशन के प्रारंभिक चरण तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन बीच में ही उनकी हालत अचानक बिगड़ने लगी। डॉक्टरों की टीम ने तत्काल इमरजेंसी उपाय अपनाए, उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर भी रखा गया, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे और कुछ ही देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

जैसे ही उनके निधन की खबर न्यायालय परिसर पहुंची, पूरे परिसर में मातम छा गया। कार्यरत न्यायाधीश, रजिस्ट्रार, कोर्ट स्टाफ और अधिवक्ता समुदाय के सैकड़ों लोग गहरे सदमे में आ गए। कई वरिष्ठ अधिकारी और अधिवक्ता तत्काल अस्पताल पहुंचे और वहां मौजूद परिजनों को सांत्वना दी।

ईमानदारी और न्यायप्रियता की मिसाल थे जज आशीष गर्ग — फैसले बने न्यायिक व्यवस्था के लिए नजीर

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निष्पक्ष फैसलों और सौम्य स्वभाव के लिए थे प्रसिद्ध
आशीष गर्ग का नाम न्यायिक सेवा में एक ईमानदार, सिद्धांतवादी और जन-हितैषी जज के रूप में जाना जाता था। अपने करियर में उन्होंने कई अहम और संवेदनशील मामलों की सुनवाई करते हुए ऐसे फैसले दिए जो नजीर बन गए। सहकर्मी बताते हैं कि वे न केवल कानून की गहरी समझ रखते थे, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण को भी प्राथमिकता देते थे। अधिवक्ताओं के साथ उनका व्यवहार सदैव सहज और सम्मानजनक रहा।

करियर की उल्लेखनीय यात्रा
जिला जज आशीष गर्ग ने न्यायिक सेवा में प्रवेश के बाद विभिन्न जनपदों में सेवा दी। उनकी कार्यशैली में समयबद्ध न्याय वितरण और पारदर्शिता को हमेशा प्राथमिकता मिली। गाजियाबाद में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई चर्चित मामलों की सुनवाई की, जिनमें संगठित अपराध, आर्थिक घोटाले और गंभीर आपराधिक मामले शामिल रहे।

न्यायिक बिरादरी में शोक की लहर

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उनके निधन पर उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ, जिला बार एसोसिएशन गाजियाबाद और अन्य अधिवक्ता संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि जिला जज आशीष गर्ग का जाना गाजियाबाद न्यायिक सेवा के लिए ही नहीं, पूरे राज्य की न्याय व्यवस्था के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

श्रद्धांजलि और अंतिम संस्कार
उनके पार्थिव शरीर को औपचारिक कार्यवाही के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। देर शाम गाजियाबाद में उनके निवास पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रदेश के कई वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी, प्रशासनिक अफसर और अधिवक्ता अंतिम यात्रा में शामिल होंगे। सोशल मीडिया पर भी उनके निधन की खबर आते ही श्रद्धांजलि संदेशों की बाढ़ आ गई। कई लोगों ने लिखा कि न्याय की दुनिया का एक उज्ज्वल सितारा हमेशा के लिए डूब गया है, जिसकी कमी आने वाले वर्षों में भी महसूस होगी।

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