ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना के प्रथम चरण से प्रभावित परिवारों के बेरोजगार युवाओं को रोज़गार दिलाने को लेकर जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने सोमवार को यमुना प्राधिकरण सभागार में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें हवाई अड्डा निर्माण से जुड़ी संस्थाओं, यमुना प्राधिकरण, ज़िला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
हवाई अड्डे के लिए ज़मीन दान करने वालों का भविष्य सुरक्षित करें: विधायक धीरेन्द्र सिंह की सख्त मांग
बैठक में विधायक धीरेन्द्र सिंह ने साफ कहा कि जिन परिवारों ने हवाई अड्डे के लिए अपनी ज़मीन देकर प्रदेश के विकास में योगदान दिया है, उनका भविष्य सुरक्षित करना सरकार और प्राधिकरण की नैतिक ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि बेरोजगार युवाओं के लिए ठोस व्यवस्था नहीं की गई तो यह असंतोष का कारण बनेगा।
विधायक ने यह भी निर्देश दिए कि हवाई अड्डे से जुड़े ठेकेदारों और कंपनियों को प्रभावित परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी पर रखना अनिवार्य किया जाए। साथ ही उन्होंने मांग की कि कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र शीघ्र स्थापित किए जाएँ, ताकि स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर सम्मानजनक रोज़गार उपलब्ध कराया जा सके।
युवाओं को रोजगार का वादा: यमुना प्राधिकरण ने हवाई अड्डा विकास से जुड़ी योजना का किया भरोसा
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/senior-bjp-leaders-join-samajwadi-party/
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भरोसा दिलाया कि प्राधिकरण, हवाई अड्डा प्रबंधन और ज़िला प्रशासन मिलकर जल्द ही युवाओं को नौकरी दिलाने के लिए ठोस योजना बनाएंगे।
धीरेन्द्र सिंह ने बैठक में जोर देकर कहा कि जेवर हवाई अड्डा केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश की दिशा और दशा बदलने वाला प्रोजेक्ट है। ऐसे में स्थानीय युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तीन वर्षों से प्रभावित परिवारों को कौशल विकास केंद्र का लाभ नहीं मिला है, जबकि भूमि अधिग्रहण के समय उन्हें इस बारे में आश्वासन दिया गया था। बैठक में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ़ श्नेलमैन, अपर ज़िलाधिकारी (भूमि अधिग्रहण) बच्चू सिंह, यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेन्द्र भाटिया, शैलेन्द्र सिंह, उपज़िलाधिकारी जेवर अभय सिंह, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मनीष मिश्रा, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सार्थक सेंगर और कोतवाली प्रभारी संजय सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।
