ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) उत्तर प्रदेश की आर्थिक और अवसंरचनात्मक प्रगति के प्रतीक स्वरूप जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्थलीय निरीक्षण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने हवाई अड्डे के डोमेस्टिक टर्मिनल, उद्घाटन समारोह स्थल, सुरक्षा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और अन्य निर्माण गतिविधियों का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और निर्माण एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर एयरपोर्ट परियोजना की प्रगति, आगामी कार्ययोजना और उद्घाटन समारोह की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि यह एयरपोर्ट केवल यात्री सुविधा का केंद्र नहीं बल्कि प्रदेश की आधुनिक प्रगति और औद्योगिक विकास का प्रतीक होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य उच्चतम मानकों के अनुरूप, गुणवत्ता और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए और उद्घाटन समारोह की तैयारियों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुरक्षा और यातायात की हरियाली पर विशेष ध्यान
बैठक में मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह मजबूत करने, यातायात नियंत्रण को सुव्यवस्थित करने और सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि हवाई अड्डे से जुड़ी सड़क और मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ ने सुरक्षा, विस्फोटक निरोधक दस्ते, नियंत्रण इकाई, उप स्टेशन और आधारभूत संरचना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने तकनीकी, प्रशासनिक और सुरक्षा पक्षों की गहन समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
गुणवत्ता और समयबद्धता सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट से जुड़े सभी बुनियादी ढांचे जैसे सड़क संपर्क, माल परिवहन व्यवस्था, अग्निशमन केंद्र, जल शोधन संयंत्र, जलभराव निस्तारण और वाहन पार्किंग की व्यवस्थाओं की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यात्रियों को सुगम, सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। नियमित समीक्षा के माध्यम से कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाएगी।
जनसभा और सार्वजनिक कार्यक्रमों की सुव्यवस्था
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मुख्यमंत्री ने आगामी जनसभा और सार्वजनिक कार्यक्रम की तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभा स्थल पर भूमि समतलीकरण, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, शौचालय और पुलिस सुरक्षा सहित सभी मूलभूत सुविधाओं को पूर्ण रूप से व्यवस्थित रखा जाए। इसके अलावा जनसभा स्थल तक पहुँचने वाले मार्गों पर यातायात और पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त हो, ताकि आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
150 उड़ानें प्रतिदिन संचालित होंगी
जेवर एयरपोर्ट का लोकार्पण कराए जाने वाले हिस्से का क्षेत्रफल 3,300 एकड़ है, जबकि कुल 6,700 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है और शेष 5,100 एकड़ भूमि अगले तीन महीनों में अधिग्रहित की जाएगी। भूमि अधिग्रहण की कुल लागत लगभग 5,000 करोड़ और निर्माण की लागत 7,000 करोड़ रुपये है। उद्घाटन के समय एयरपोर्ट एक रनवे के साथ संचालित होगा, जिसकी वार्षिक यात्री क्षमता 1.2 करोड़ है और प्रतिदिन औसतन 150 उड़ानें संचालित होंगी। भविष्य में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर दूसरा रनवे बनाया जाएगा। पूर्ण विकास के बाद एयरपोर्ट में कुल 5 रनवे होंगे और यह प्रतिवर्ष 30 करोड़ यात्रियों की सेवा देने में सक्षम होगा।
उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट नेटवर्क का विस्तार
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उत्तर प्रदेश में कुल 24 एयरपोर्ट हैं, जिनमें 16 संचालित हो चुके हैं। जेवर एयरपोर्ट का शुभारंभ होते ही राज्य 5 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का एकमात्र राज्य बन जाएगा। निर्माणाधीन एयरपोर्ट सोनभद्र, ललितपुर, मेरठ, गाजीपुर, झांसी, अमेठी और पलिया में भी तेजी से तैयार किए जा रहे हैं। सिविल एविएशन में उत्तर प्रदेश की अग्रणी स्थिति
योगी सरकार के कार्यकाल में सिविल एविएशन के क्षेत्र में राज्य ने अभूतपूर्व विकास देखा है। वर्ष 2024-25 में 1.5 करोड़ लोग हवाई यात्रा कर चुके हैं, जिसमें 13 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्री शामिल हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन से लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है। बेहतर एयर कनेक्टिविटी से पर्यटन में वृद्धि हुई है और औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश व रियल एस्टेट के मूल्य भी बढ़े हैं।

कुल मिलाकर नोएडा एयरपोर्ट केवल हवाई यात्रा का केंद्र नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के आर्थिक, पर्यटन और औद्योगिक विकास में नई ऊर्जा भरने वाला महत्वपूर्ण प्रकल्प साबित होगा।
