गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद की ज़मीन पर जल्द ही सांस्कृतिक चेतना और आधुनिकता का ऐसा संगम होने जा रहा है, जिसे देखकर न केवल NCR, बल्कि पूरे देश की नजरें थम जाएंगी। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण दिल्ली सीमा से सटे कोयल एन्क्लेव योजना में रामायण की दिव्यता और भारतीय विरासत को समर्पित एक अत्याधुनिक थीम पार्क के निर्माण की तैयारी अंतिम चरण में पहुंचा चुका है।
5.61 एकड़ में बनेगा अनूठा रामायण थीम पार्क, जहां तकनीक और कला संगम से मिलेगा सांस्कृतिक अनुभव
यह कोई साधारण पार्क नहीं, बल्कि एक ऐसा संवेदनशील सांस्कृतिक अनुभव होगा जहाँ तकनीक, कला और आस्था मिलकर दर्शकों को रामायण युग में ले जाएंगे। 5.61 एकड़ क्षेत्र में फैले इस थीम पार्क का निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होने वाला है और इसकी रूपरेखा इतनी बारीकी से तैयार की गई है कि हर कदम पर रामायण की किसी न किसी कथा से साक्षात्कार होगा।
22 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से बनने जा रहे इस अद्वितीय परियोजना का संचालन, अनुरक्षण और विकास कार्य अब चयनित एजेंसी को सौंप दिया गया है, जो आगामी 10 वर्षों तक इस सांस्कृतिक धरोहर की देखरेख करेगी।
फाइव डी थिएटर से लेकर होलोग्राफिक शो तक: रामायण थीम पार्क में मनोरंजन और शिक्षा का अनोखा संगम
पार्क की खासियतें इसे साधारण पर्यटन स्थल से बिल्कुल अलग बनाती हैं जिसमें फाइव डी मोशन चेयर थिएटर, मिरर हाउस, होलोग्राफिक प्रोजेक्शन,
लाइट एंड साउंड शो, रामायण के प्रमुख 15 पात्रों की वास्तविक आकार की मूर्तियाँ और कुल 45 से अधिक कलात्मक प्रतिष्ठान, जो हर आयु वर्ग को ज्ञान और रोमांच से भर देंगे।
गुरुवार को प्राधिकरण के अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों का जायज़ा लिया। इस दौरान जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि यह पार्क न सिर्फ गाजियाबाद को एक नया सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र देगा, बल्कि भारतीय मूल्य और पौराणिक गौरव को तकनीक के माध्यम से नई पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम बनेगा। रामायण थीम पार्क की परिकल्पना केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि संस्कारों और इतिहास की जीवंत कक्षा है। यह परियोजना यह संदेश देती है कि तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाते हुए भी संस्कृति और परंपरा की नींव को मज़बूती से थामा जा सकता है।