नई दिल्ली (शिखर समाचार) भारत की धरती ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। युवा शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख ने 2025 की फिडे महिला विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतकर न केवल ताज अपने सिर सजाया, बल्कि भारत को गर्व से भर दिया। वहीं दूसरी ओर दिग्गज कोनेरू हम्पी ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाकर भारतीय कौशल की नई परिभाषा गढ़ी।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिव्या देशमुख की विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर दी बधाई
इस ऐतिहासिक फाइनल मुकाबले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर अपनी खुशी साझा की। उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि दो उत्कृष्ट भारतीय शतरंज खिलाड़ियों का एक ऐतिहासिक फाइनल, युवा दिव्या देशमुख के 2025 में फिडे महिला विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर गर्व है। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई, जो कई युवाओं को प्रेरित करेगी। कोनेरू हम्पी ने भी पूरे चैंपियनशिप में जबरदस्त कौशल का प्रदर्शन किया है।
दोनों खिलाड़ियों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।
प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया न केवल देशवासियों के उत्साह को दोगुना कर गई, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि भारतीय बेटियां अब विश्व शतरंज की बिसात पर राज कर रही हैं।
इतिहास रचा: पहली बार दो भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर्स का विश्व शतरंज फाइनल
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यह पहली बार है जब दो भारतीय महिला ग्रैंडमास्टर्स शतरंज के सबसे बड़े खिताब के लिए आमने-सामने हुईं और पूरी दुनिया ने देखा कि भारतीय प्रतिभा कैसे दमदार चालों से वैश्विक मंच पर छा जाती है।
दिव्या की यह जीत न केवल उनके लिए बल्कि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो मेहनत और धैर्य के साथ अपने सपनों को पूरा करने की चाह रखते हैं। भारत की बिसात पर एक नई रानी का उदय हो चुका है।