ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। भारत में होटलों, भोजन व्यवस्था और सेवा क्षेत्र से जुड़ी सबसे बड़ी और प्रभावशाली प्रदर्शनी भारत अंतरराष्ट्रीय आतिथ्य प्रदर्शनी (आईएचई 2025) का आज ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया प्रदर्शनी केंद्र एवं विपणन स्थल में भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन के आठवें संस्करण ने देश-विदेश से आए आतिथ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों, उद्यमियों और नीति निर्धारकों को एक मंच पर लाकर न केवल अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित किया, बल्कि व्यापार की नई संभावनाओं के द्वार भी खोले।
आईएचई 2025: 1000+ ब्रांड, 260+ प्रदर्शक और 26,000 आगंतुकों के साथ आतिथ्य उद्योग के नवाचारों का सबसे बड़ा मंच
इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार की दूरदर्शी सोच से प्रेरित यह आयोजन 3 से 6 अगस्त तक चलेगा, जिसमें एक हज़ार से अधिक प्रतिष्ठित ब्रांडों, दो सौ साठ से अधिक प्रदर्शकों और लगभग छब्बीस हज़ार आगंतुकों की सहभागिता का अनुमान है।
इस प्रदर्शनी में खाद्य और पेय क्षेत्र, आतिथ्य प्रौद्योगिकी, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुरक्षा, रसोई यंत्र, साज-सज्जा, आरोग्यता और संचालन सामग्री जैसे अनेक वर्गों में उत्कृष्ट वस्तुओं और नवाचारों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
व्यापार नहीं, सृजनशील आंदोलन है IHE 2025 — साझेदारी, विश्वास और वैश्विक आतिथ्य में भारत की मजबूती का प्रतीक
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डॉ. राकेश कुमार ने इसे केवल एक व्यापारिक आयोजन नहीं, बल्कि एक सृजनशील आंदोलन बताया, जो भारत की आतिथ्य क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि यह मंच उन विचारों को गति देता है जो व्यापार को भविष्य की दिशा में अग्रसर करते हैं।
एलिवास के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋत्विक खरे ने इस आयोजन को साझेदारी और विश्वास का उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि भारत वर्तमान में मेहमाननवाज़ी के क्षेत्र में एक तीव्र गति से उभरती हुई शक्ति है, और ऐसे मंच देशी-विदेशी सभी सेवा प्रदाताओं और उपभोक्ताओं को जोड़ने का माध्यम बनते हैं।
साज-सज्जा से संस्कृति तक: IHE 2025 में ग्राहक अनुभव
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आंतरिक सज्जा संस्थान (IIID) के संस्थापक हेमंत सूद ने कहा कि आतिथ्य सेवा में साज-सज्जा एक अत्यंत आवश्यक और संवेदनशील पहलू है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। यह मंच इसे केंद्र में लाकर ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।
भारत वस्त्र एवं वस्त्र यंत्र प्रदर्शनी संस्था की कार्यकारी निदेशक सीमा श्रीवास्तव ने आईएचई को भारत की सांस्कृतिक विविधता, समृद्ध परंपरा और नवाचार की जीवंत प्रस्तुति बताया। उन्होंने कहा कि यह मंच न केवल क्रेता-विक्रेता को जोड़ता है, बल्कि भावनाओं, विचारों और अनुभवों को भी साझा करता है।
विचारों से व्यवसाय तक: IHE 2025 में नवाचार, गुणवत्ता और प्रतिभा को मंच, बना आतिथ्य भविष्य का आधार
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आईएचई के अध्यक्ष हरि दादू ने आयोजन की आठ वर्ष पूर्व की शुरुआत को याद करते हुए इसे एक आंदोलन बताया, जो गुणवत्ता, नवाचार और भविष्य की तैयारी के सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यहीं वह भूमि है जहाँ विचार जन्म लेते हैं, व्यवसाय आकार पाते हैं और आतिथ्य का भविष्य गढ़ा जाता है।
प्रदर्शनी में कई आकर्षक आयोजन भी शामिल हैं, जैसे श्रेष्ठ रसोइया प्रतियोगिता, किशोर मिष्ठान्न प्रतियोगिता, कुलिनरी प्रतियोगिता, शून्य नशा पेय चुनौती, गृह व्यवस्था अधिवेशन और महाविद्यालय से नवाचार तक जैसी पहलें। ये आयोजन युवा प्रतिभाओं से लेकर अनुभवी जनों तक सभी को जोड़ते हैं।

इस वर्ष विदेशों से भी बड़ी संख्या में सहभागी सम्मिलित हो रहे हैं, जिससे व्यापारिक मेलजोल, ज्ञान साझा करना और संयुक्त उपक्रम की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।