रबूपुरा/ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के मोहम्मदाबाद खेड़ा गांव में रविवार को भारतीय अन्नदाता किसान यूनियन (भाअकियू) की विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें खेत और खलिहान की समस्याओं से जूझ रहे किसानों की आवाज बुलंद की गई। बैठक में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा ठाकुर ने जल संकट, रोजगार व प्रशासनिक उपेक्षा जैसे ज्वलंत मुद्दों पर दो टूक कहा कि अगर हालात नहीं सुधरे तो अन्नदाता अब सड़क पर उतरने को मजबूर होगा।
अवैध भूजल दोहन और रोजगार हनन पर संगठन का सख्त विरोध, जनआंदोलन की चेतावनी
ठाकुर ने साफ शब्दों में आरोप लगाया कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में तेजी से हो रहे निर्माण कार्यों में अवैध तरीके से भूजल का बेतहाशा दोहन हो रहा है, जिससे जमीन का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है और पीने योग्य पानी की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है। उन्होंने कहा कि किसानों की जिन ज़मीनों पर उद्योग स्थापित किए गए, वहीं कंपनियां स्थानीय लोगों को रोजगार देने से कतरा रही हैं।
संगठन का यह भी कहना है कि ग्रामीणों की समस्याएं बार-बार उठाई गईं, लेकिन संबंधित विभागों की ओर से कोई समाधान नहीं किया गया। उन्होंने चेताया कि संगठन अब इन मसलों को लेकर प्राधिकरण से सीधे संवाद करेगा और अगर जल्द हल नहीं निकला तो जोरदार जनआंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।
संगठनात्मक मजबूती के साथ किसानों की लड़ाई जारी
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बैठक के दौरान संगठनात्मक मजबूती के तहत रामवीर सोलंकी को राष्ट्रीय संगठन मंत्री और करौली निवासी रामवीर भाटी को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस मौके पर अशोक भाटी, शौरव सोलंकी, मंगल सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
किसानों की पीड़ा को लेकर बुलाई गई इस पंचायत में यह स्पष्ट कर दिया गया कि अब अन्नदाता की अनदेखी नहीं सहेगा संगठन हर मोर्चे पर लड़ी जाएगी लड़ाई।