—– भूमि जुटान तेज़, 11 बैनामे निष्पादित, 3 हेक्टेयर पर बनी सहमति
आरव शर्मा
गाजियाबाद (शिखर समाचार)|
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी आवासीय योजना हरनन्दीपुरम ज़मीनी स्तर पर तेज़ी से आकार ले रही है। योजना के लिए भूमि जुटान का कार्य लगातार गति पकड़ रहा है और सबसे बड़ी बात यह है कि क्षेत्र के किसान और भू-स्वामी पूरी जागरूकता के साथ प्राधिकरण का सहयोग कर रहे हैं। अवैध मिट्टी खनन में संलिप्त माफियाओं के बहकावे में आए बिना किसान स्वेच्छा से अपनी भूमि का बैनामा कर रहे हैं, जिससे योजना को मज़बूत आधार मिल रहा है।
अवैध खनन पर प्रशासन की सख़्त कार्रवाई: सतर्कता से बिगड़े माहौल को किया नियंत्रण में
भूमि क्रय प्रक्रिया के दौरान कुछ स्थानों पर अवैध मिट्टी खनन की शिकायतें सामने आई थीं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण की टीम ने क्षेत्र में सघन अभियान चलाया। इसी क्रम में 20 दिसंबर 2025 को अवैध खनन में लिप्त कुछ लोगों द्वारा भीड़ इकट्ठा कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन प्रशासनिक सतर्कता से स्थिति को तत्काल नियंत्रित कर लिया गया। प्राधिकरण ने साफ किया है कि अवैध गतिविधियों और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
इन घटनाओं के बावजूद क्षेत्र के ग्रामीणों और किसानों का रुख पूरी तरह सकारात्मक बना हुआ है। किसान हरनन्दीपुरम योजना को अपने क्षेत्र के भविष्य से जोड़कर देख रहे हैं और इसे विकास का मजबूत माध्यम मान रहे हैं। इसी विश्वास का परिणाम है कि 22 दिसंबर 2025 को लगभग 11 भू-स्वामियों द्वारा प्राधिकरण के पक्ष में बैनामे निष्पादित किए गए, जबकि ग्राम नंगला फिरोज मोहनपुर में कैम्प कार्यालय व भू-स्वामियों के आवास पर लेखपाल के माध्यम से लगभग 3 हेक्टेयर भूमि पर सहमति भी प्राप्त हुई है।

हरनन्दीपुरम को एक आधुनिक और सुनियोजित टाउनशिप के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां चौड़ी सड़कें, हरित पट्टियाँ, पार्क, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ, व्यावसायिक क्षेत्र तथा मज़बूत आधारभूत ढांचा उपलब्ध होगा। यह योजना न सिर्फ गाजियाबाद के नियोजित विस्तार को नई दिशा देगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार और विकास के नए अवसर भी पैदा करेगी।
कुल मिलाकर हरनन्दीपुरम योजना किसानों के भरोसे और प्रशासन की सख़्ती के साथ आगे बढ़ रही है, जिससे यह परियोजना आने वाले समय में क्षेत्र के विकास की पहचान बनने जा रही है।
