हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर (शिखर समाचार)। थाना सिंभावली पुलिस ने उस कथित लूटकांड की गुत्थी सुलझाकर बड़ा खुलासा किया है, जिसकी गूंज 25 अगस्त को हाईवे से उठी थी। करीब 20 लाख रुपये मूल्य की पश्मीना शॉल की लूट की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, कहानी पलटती चली गई। दरअसल, यह पूरी घटना कोई असली लूट नहीं बल्कि साझेदारों को ठगने के लिए रची गई एक सुनियोजित साजिश निकली। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 111 पश्मीना शॉल, एक तमंचा, कारतूस और कार बरामद की है।
20 लाख की लूट निकली साजिश: साझेदारों को ठगने के लिए रची गई झूठी कहानी
एसपी हापुड़ कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि थाना सिंभावली पुलिस को 25 अगस्त को सूचना मिली कि एक कार से लाखों रुपये की शॉल की लूट हो गई है। शुरुआत में मामला बड़ा गंभीर लगा, लेकिन जब टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और तथ्यों की कड़ियां जोड़ीं तो पूरा खेल सामने आने लगा। जांच में स्पष्ट हो गया कि खुद सूचना देने वाले ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर यह झूठी कहानी गढ़ी थी, ताकि व्यापारिक साझेदारों को धोखा देकर माल हड़प सके।
वैठ मोड़ फ्लाईओवर पर पुलिस की दबिश: 20 लाख की पश्मीना शॉल
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थानाध्यक्ष सुमित तोमर की अगुवाई में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर वैठ मोड़ फ्लाईओवर के पास दबिश दी और मुख्य आरोपी साबिर पुत्र मोहम्मद आरिफ तथा उसके साथी शादाब पुत्र बाबू निवासी जगतपुरा थाना बारादरी, बरेली को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर दोनों के कब्जे से 111 पश्मीना शॉल बरामद हुईं, जिनकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने एक अवैध तमंचा, कारतूस और घटना में प्रयुक्त कार भी जब्त कर ली।
साजिश नाकाम, भरोसा कायम: लूट की फर्जी कहानी रचने वाले पहुंचेंगे सलाखों के पीछे
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी लंबे समय से इस चाल की योजना बना रहे थे, लेकिन उनकी मंशा को धरातल पर उतरने से पहले ही भांप लिया गया। फिलहाल दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का दावा है कि इस खुलासे से न सिर्फ व्यापारी जगत में भरोसा कायम होगा बल्कि ऐसे लोगों को भी सबक मिलेगा, जो निजी फायदे के लिए फर्जी कहानियां गढ़कर कानून को गुमराह करने की कोशिश करते हैं।