ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
शहर की सफाई व्यवस्था को जमीनी स्तर पर सुदृढ़ करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक अलग ही अंदाज़ में मोर्चा संभाल लिया है। सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर अब ग्रेनो की गलियों और मोहल्लों में क्विक रेस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) उतारी गई हैं। इन 10 विशेष टीमों ने मंगलवार से कामकाज शुरू कर दिया है और अब जो क्षेत्र सफाई के दायरे से छूटे हुए थे, वहां भी अब गंदगी की एक चुटकी भी नहीं टिकने पाएगी।
तेज़ कार्रवाई, साफ़ शहर: क्यूआरटी टीमों से अब गंदगी पर तुरंत सख्त कदम
प्राधिकरण की इस पहल के तहत हर क्यूआरटी टीम में पांच प्रशिक्षित सफाईकर्मी, एक कूड़ा गाड़ी और दो टीमों पर एक जेसीबी मशीन तैनात की गई है। टीम के सभी सदस्यों को नंबर वाली स्पेशल जैकेट दी गई है, ताकि इनकी पहचान स्पष्ट रहे और जवाबदेही तय हो सके। सफाई वाहन और कर्मचारियों को उनके निर्धारित क्यूआरटी से जोड़ दिया गया है ताकि कोई भ्रम या लापरवाही की गुंजाइश न बचे।
अब जैसे ही किसी मोहल्ले में कूड़े की शिकायत आएगी, कंट्रोल कमेटी संबंधित क्यूआरटी को मौके पर रवाना करेगी। टीम न केवल सफाई करेगी, बल्कि गंदगी फैलाने वालों से मौके पर ही जुर्माना वसूलेगी। खास बात यह है कि सफाई वाहनों में जीपीएस लगा है और रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना भी की जा रही है, जहां से टीमों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी।
पायलट परियोजना से सफाई में बदलाव: क्यूआरटी टीमों की भूमिका और विस्तार की योजना
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महाप्रबंधक आरके भारती के अनुसार फिलहाल यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है, लेकिन सफलता के बाद इन टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं कंट्रोल कमेटी में वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार गौतम, प्रबंधक बिजेन्द्र कुशवाहा और सहायक प्रबंधक मनोज कुमार चौधरी को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। इस कमेटी के निर्देश पर ही टीमें तैनात होंगी और संबंधित क्षेत्र का सेनेट्री इंस्पेक्टर भी मौके पर मौजूद रहेगा।
क्यूआरटी का कार्यक्षेत्र उन इलाकों में केंद्रित होगा जो अभी तक नियमित सफाई व्यवस्था से बाहर रहे हैं या जहां आपात स्थिति में तत्काल सफाई की जरूरत होगी। इसके अलावा शहर में यदि कहीं से गंदगी की शिकायत आती है, तो भी ये टीमें मौके पर पहुंचेंगी और सॉलिड वेस्ट व सी एंड डी वेस्ट नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करेंगी।
स्वच्छता के प्रति सख्ती: खुले में कूड़ा फेंकने पर 50,000 रुपये तक का जुर्माना
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प्राधिकरण ने साफ कर दिया है कि यदि कोई व्यक्ति ट्रैक्टर-ट्रॉली या अन्य वाहनों से खुले में कूड़ा फेंकते पकड़ा गया, तो उस पर ₹50,000 तक का जुर्माना लगेगा।
एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने कहा कि स्वच्छ ग्रेटर नोएडा के लक्ष्य को लेकर हमारी यह नई व्यवस्था शुरू की गई है। यदि जनता का साथ मिला और यह मॉडल सफल रहा तो क्यूआरटी टीमों की संख्या और भी बढ़ाई जाएगी। हमें सभी से सहयोग की अपेक्षा है कि वे कूड़ा निर्धारित जगहों पर ही डालें और शहर को स्वच्छ बनाए रखने में भागीदार बनें।