ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) जल और सीवर व्यवस्था को आधुनिक और दुरुस्त बनाने की दिशा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर कस ली है। मंगलवार को एसीईओ प्रेरणा सिंह ने प्राधिकरण कार्यालय में संबंधित विभागों के अफसरों संग समीक्षा बैठक की और सभी लंबित कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि अब सिर्फ योजनाएं बनाने से काम नहीं चलेगा, उन्हें ज़मीन पर उतारना प्राथमिकता होनी चाहिए।
वन सिटी, वन ऑपरेटर योजना में तेजी के निर्देश — अब एक एजेंसी होगी पूरी जिम्मेदार!
बैठक के दौरान वन सिटी, वन ऑपरेटर योजना को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने की बात सामने आई। इसके लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार कर रही एजेंसी को चेतावनी दी गई कि देरी अब किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जल आपूर्ति से लेकर संचालन और रखरखाव तक की ज़िम्मेदारी एक ही एजेंसी को सौंपना है, जिससे जवाबदेही भी तय हो सके और सेवा में सुधार आ सके।
वहीं स्मार्ट वाटर मीटरिंग परियोजना को भी हरी झंडी मिल गई है। पहले चरण में कुल कनेक्शनों के 10 फीसदी पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इससे न केवल पानी की बर्बादी रुकेगी, बल्कि जल वितरण प्रणाली भी ज्यादा सटीक और पारदर्शी होगी। एसीईओ ने जल गुणवत्ता की नियमित जांच और आपूर्ति में सुधार के लिए तय चेकलिस्ट को सख्ती से लागू करने की बात भी कही।
सीवर शिकायतों पर तुरंत एक्शन के निर्देश, एनटीपीसी प्रोजेक्ट में भी आएगी तेजी!
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सीवर से जुड़ी शिकायतों पर भी अब त्वरित कार्रवाई होगी। प्रेरणा सिंह ने निर्देश दिए कि किसी भी शिकायत पर विलंब न हो और समाधान तुरंत किया जाए। इसके साथ ही एनटीपीसी को शोधित (ट्रीटेड) पानी की आपूर्ति संबंधी परियोजना को भी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए एनटीपीसी के साथ एमओयू की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी।
बैठक में परियोजना महाप्रबंधक ए.के. सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम, विनोद शर्मा, प्रभात शंकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कुल मिलाकर जल और सीवर व्यवस्थाओं को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब पूरी तरह एक्शन मोड में है और जल्द ही शहरवासियों को इन बदलावों का असर भी महसूस होने लगेगा।ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) जल और सीवर व्यवस्था को आधुनिक और दुरुस्त बनाने की दिशा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कमर कस ली है। मंगलवार को एसीईओ प्रेरणा सिंह ने प्राधिकरण कार्यालय में संबंधित विभागों के अफसरों संग समीक्षा बैठक की और सभी लंबित कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि अब सिर्फ योजनाएं बनाने से काम नहीं चलेगा, उन्हें ज़मीन पर उतारना प्राथमिकता होनी चाहिए।
वन सिटी, वन ऑपरेटर योजना को मिलेगी रफ्तार
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बैठक के दौरान वन सिटी, वन ऑपरेटर योजना को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने की बात सामने आई। इसके लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार कर रही एजेंसी को चेतावनी दी गई कि देरी अब किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जल आपूर्ति से लेकर संचालन और रखरखाव तक की ज़िम्मेदारी एक ही एजेंसी को सौंपना है, जिससे जवाबदेही भी तय हो सके और सेवा में सुधार आ सके।
वहीं स्मार्ट वाटर मीटरिंग परियोजना को भी हरी झंडी मिल गई है। पहले चरण में कुल कनेक्शनों के 10 फीसदी पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इससे न केवल पानी की बर्बादी रुकेगी, बल्कि जल वितरण प्रणाली भी ज्यादा सटीक और पारदर्शी होगी। एसीईओ ने जल गुणवत्ता की नियमित जांच और आपूर्ति में सुधार के लिए तय चेकलिस्ट को सख्ती से लागू करने की बात भी कही।
सीवर शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश, एनटीपीसी ट्रीटेड वाटर प्रोजेक्ट में भी आएगी तेजी
सीवर से जुड़ी शिकायतों पर भी अब त्वरित कार्रवाई होगी। प्रेरणा सिंह ने निर्देश दिए कि किसी भी शिकायत पर विलंब न हो और समाधान तुरंत किया जाए। इसके साथ ही एनटीपीसी को शोधित (ट्रीटेड) पानी की आपूर्ति संबंधी परियोजना को भी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए एनटीपीसी के साथ एमओयू की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी।
बैठक में परियोजना महाप्रबंधक ए.के. सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक राजेश गौतम, विनोद शर्मा, प्रभात शंकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। कुल मिलाकर जल और सीवर व्यवस्थाओं को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब पूरी तरह एक्शन मोड में है और जल्द ही शहरवासियों को इन बदलावों का असर भी महसूस होने लगेगा।