ग्रेटर नोएडा। बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भनौता गांव में अवैध कब्जों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 65 हजार वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया। लंबे समय से अधिसूचित क्षेत्र की इस जमीन पर अवैध निर्माण कर कॉलोनी बसाने की साजिश रची जा रही थी, लेकिन प्राधिकरण की सतर्कता के चलते यह मंसूबा नाकाम हो गया। जमीन की अनुमानित कीमत 130 करोड़ रुपये आंकी गई है।
प्राधिकरण की ज़मीन पर अवैध कब्जा, नोटिस के बाद भी जारी था निर्माण
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर यह अभियान परियोजना विभाग और भूलेख विभाग की टीम ने पुलिस बल के सहयोग से चलाया। कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे परियोजना विभाग के महाप्रबंधक ए के सिंह और ओएसडी राम नयन सिंह ने बताया कि कालोनाइजरों ने भनौता के खसरा संख्या 131, 207, 228, 294, 295 और 296 में प्राधिकरण की स्वामित्व वाली भूमि पर चोरी-छिपे अवैध निर्माण शुरू कर दिए थे। नोटिस के बावजूद काम नहीं रोका गया, उल्टे दर्जनों मकान खड़े कर दिए गए और नक्शा स्वीकृत कराए बिना पूरी कालोनी काटने का प्रयास किया गया।
तीन घंटे में जमींदोज हुआ अवैध कब्जा, प्राधिकरण ने किया सख्त ध्वस्तीकरण
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बृहस्पतिवार को प्राधिकरण की टीम ने एसीपी वीर कुमार, वर्क सर्किल दो के प्रभारी नरोत्तम सिंह और पुलिस बल के साथ मिलकर मौके पर पहुंचते ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की। करीब तीन घंटे चले इस ऑपरेशन में 6 जेसीबी मशीनों और 5 डंपरों की मदद से अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान अवैध कब्जेदारों को हटाया गया और पूरी जमीन प्राधिकरण के कब्जे में वापस ले ली गई।
अवैध निर्माण पर सख्त चेतावनी: प्राधिकरण ने दी कड़ी हिदायत
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एसीईओ सुमित यादव ने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बगैर स्वीकृति के कोई भी निर्माण गैरकानूनी है और ऐसे मामलों में कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आमजन से अपील की कि जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से जांच-पड़ताल जरूर करें, ताकि अवैध कॉलोनियों में निवेश कर अपनी मेहनत की कमाई न गंवाएं।