ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाना अब सस्ती लापरवाही नहीं रह गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सख्ती दिखाते हुए ज्यू-3 सेक्टर में सड़क किनारे फेंके गए कूड़े की परतें खोलीं और उसी कूड़े के ढेर से निकल आए जुर्माने के साक्ष्य। परिणामस्वरूप, ईकोटेक-1 एक्सटेंशन स्थित डीएफएम फूड्स को 1.30 लाख का जुर्माना भुगतना पड़ा।
स्वास्थ्य निरीक्षक की टीम ने अवैध कचरे से कंपनी का पर्दाफाश किया
यह कार्रवाई तब सामने आई जब स्वास्थ्य निरीक्षक नीरज सिंह अपनी टीम संग ज्यू-3 क्षेत्र की सफाई व्यवस्था की जांच में निकले थे। निरीक्षण के दौरान सड़क किनारे अवैध रूप से फेंका गया कचरा मिला। टीम ने जब कूड़े का गहन निरीक्षण किया तो उस ढेर से कंपनी की पहचान वाली पर्ची प्राप्त हुई। पुख्ता साक्ष्य जुटाने के लिए मौके की फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई।
महाप्रबंधक आर.के. भारती के अनुसार जांच से यह पूरी तरह स्पष्ट हो गया कि कूड़ा डीएफएम फूड्स की ओर से ही सड़क पर फेंका गया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कंपनी पर 1.30 लाख का तत्काल जुर्माना ठोका। साथ ही चेतावनी दी कि दोबारा ऐसी हरकत सामने आई तो और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।
स्वच्छता के लिए सख्त कदम, प्राधिकरण ने कूड़ा फैलाने वालों को दी चेतावनी
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प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी एस ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने की जिम्मेदारी सबकी है। सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हम भारी भरकम पेनल्टी और कानूनी कार्रवाई दोनों के लिए तैयार हैं।
साथ ही उन्होंने ग्रेटर नोएडा के नागरिकों से भी अपील की है कि वे शहर को स्वच्छ बनाए रखने के अभियान में प्रशासन का साथ दें।