ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 के दूसरे दिन आयोजित भारत-रूस बिजनेस डायलॉग में उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी, हथकरघा और वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने कहा कि राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और सरकार निवेशकों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन दोनों देशों के कारोबारी रिश्तों को नई ऊंचाई देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में भारत-रूस साझेदारी मजबूत, 2025 तक 30 अरब डॉलर व्यापार का लक्ष्य
मंत्री ने रूस के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विजन के तहत भारत तेजी से विकसित राष्ट्र बनने की राह पर अग्रसर है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश लगातार विकास के नए मानक स्थापित कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत और रूस का सहयोग अब केवल औद्योगिकीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष और विभिन्न औद्योगिक सेक्टरों में भी व्यापक रूप से फैल चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2025 तक भारत-रूस व्यापार 30 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा।
राकेश सचान ने एमएसएमई क्षेत्र की शक्ति पर विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 90 लाख से अधिक MSME इकाइयां कार्यरत हैं, जो राज्य की लगभग 15 प्रतिशत आबादी को रोजगार देती हैं। ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना ने स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़कर प्रदेश की औद्योगिक क्षमता को नई दिशा दी है।
यूपी में निवेश के सुनहरे अवसर: मंत्री ने रूस से तकनीकी साझेदारी और विकास का आह्वान किया
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मंत्री ने निवेशकों को प्रदेश की विशाल जनसंख्या और बाजार के स्थायी अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने रूस से अपील की कि अपनी उन्नत तकनीक और विशेषज्ञता के माध्यम से उत्तर प्रदेश के उद्योगों की प्रगति में योगदान दें। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो केवल एक व्यापार मेला नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र और राज्य के आर्थिक विकास को नए क्षितिज से जोड़ने का अवसर है।
भारत-रूस बिजनेस डायलॉग को उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर इन्वेस्ट यूपी पर आधारित शॉर्ट मूवी भी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम का संचालन रूस की डेप्युटी हेड ऑफ द इकोनॉमिक डिपार्टमेंट ज्लाटा अंटुशेवा ने किया और स्वागत भाषण डिप्टी ट्रेड कमिश्नर डॉ. इवगेनी जेंचेंको ने दिया।
संदीप अग्रवाल बोले: भारत-रूस व्यापारिक साझेदारी भरोसे की मिसाल, फार्मा क्षेत्र में नए अवसरों की संभावना
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डायलॉग में पैरामाउंट कम्युनिकेशन के एमडी संदीप अग्रवाल ने कहा कि भारत और रूस एक-दूसरे के भरोसेमंद व्यापारिक साथी हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय उद्योग किफायती और विश्वसनीय हैं, और फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में सहयोग से नई उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।
रूस की प्रतिनिधि ज्लाटा अंटुशेवा ने कहा कि भविष्य में दोनों देशों के कारोबारी रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। वहीं, डॉ. अजय सहाय ने बताया कि भारत-रूस संबंध केवल व्यापार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मार्केट एक्सेस, शिपिंग रूट और इंश्योरेंस जैसे क्षेत्रों में भी अवसर और चुनौतियां मौजूद हैं। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के विशाल ढींगरा ने एमएसएमई सेक्टर में सहयोग की संभावना जताई। संगठन के अन्य पदाधिकारी विवेक अग्रवाल ने कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो भारत-रूस संबंधों के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है और उत्तर प्रदेश अब निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन चुका है। इस आयोजन से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए नए अवसरों का केंद्र बनकर उभरेगा, जबकि भारत-रूस साझेदारी और मजबूत होकर आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी।