मेरठ/गाजियाबाद (शिखर समाचार) गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की 170वीं बोर्ड बैठक मंगलवार को मेरठ मंडल के आयुक्त डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक मेरठ मंडलायुक्त कार्यालय स्थित सभागार में हुई, जिसमें उपाध्यक्ष जीडीए अतुल वत्स समेत जिलाधिकारी हापुड़ व गौतमबुद्धनगर के प्रतिनिधि अधिकारी, नगर निगम गाजियाबाद के मुख्य अभियंता, जल निगम के प्रबंध निदेशक, आवास विकास परिषद व यूपीएसआईडीए के प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित अधिकारी शामिल रहे। बोर्ड के समक्ष कुल 16 प्रस्ताव रखे गए, जिनमें से कई महत्वपूर्ण फैसलों को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई।
मधुबन बापूधाम योजना को मिला नया स्वरूप
करीब दो दशक पहले शुरू की गई मधुबन बापूधाम योजना किसानों के विरोध और न्यायालयी विवादों के चलते अधर में लटकी रही। किसानों द्वारा लगातार अपनी समस्याओं को सामने रखने और आवंटियों द्वारा शमशान क्षेत्र से सटे भूखण्डों को बदलने की मांग को देखते हुए मौजूदा उपाध्यक्ष ने इस योजना को पुनर्जीवित करने के लिए लगातार प्रयास किए। नतीजतन, बोर्ड ने संशोधित तलपट मानचित्र को मंजूरी देकर इस अटकी योजना को गति देने का रास्ता साफ कर दिया।
बैठक में गाजियाबाद को औद्योगिक नक्शे पर और मजबूत करने की दिशा में बड़ा फैसला लिया गया। मोदीनगर तहसील के ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना की 251 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक टाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। गाजियाबाद पहले से ही इंजीनियरिंग उत्पाद, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, मशीनरी और फार्मा उद्योगों का केंद्र है। यहां औद्योगिक भूखण्डों की कमी को देखते हुए यह कदम स्थानीय उद्योगों और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
20 साल बाद नई आवासीय योजना ‘हरनन्दीपुरम’ को हरी झंडी
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गाजियाबाद में लगभग 20 साल बाद एक नई आवासीय योजना की शुरुआत होने जा रही है। ‘हरनन्दीपुरम’ नामक इस योजना के तहत मथुरापुर, मोहनपुर, भोवापुर, मोरटा समेत कई गांवों की भूमि को शामिल किया गया है। जिन क्षेत्रों में सहमति से भूमि क्रय संभव नहीं होगा, वहां भूमि अधिग्रहण, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन अधिनियम-2013 के तहत कार्रवाई की जाएगी। योजना का मकसद बढ़ती आबादी को किफायती दरों पर आवास उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने सामाजिक व पारिवारिक आयोजनों के लिए आधुनिक कन्वेंशन सेंटर ‘उत्सव भवन’ बनाने का प्रस्ताव पास किया। इसे जीडीए की विभिन्न योजनाओं में विकसित किया जाएगा, ताकि लोगों को पारिवारिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए उचित दर पर अत्याधुनिक सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा बोर्ड ने डासना स्थित सुन्दरदीप एजुकेशनल सोसाइटी की 8.93 हेक्टेयर भूमि को कृषि से संस्थागत उपयोग में परिवर्तित करने, महायोजना-2031 के अंतर्गत शेष कृषि क्षेत्रों के रोड सर्कुलेशन प्लान व अन्य नगरीय उपयोग योजनाओं के लिए अलग-अलग कंसल्टेंट नियुक्त करने जैसे प्रस्तावों को भी मंजूरी प्रदान की। इन फैसलों से गाजियाबाद में आवास, उद्योग और सामुदायिक सुविधाओं के विकास की नई राह खुलने की उम्मीद है।