गाजियाबाद (शिखर समाचार)।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) की हरनंदी पुरम आवासीय योजना को ज़मीन पर उतारने की दिशा में तेजी से बढ़ते कदमों को आज उस समय बड़ी सफलता मिली, जब योजना क्षेत्र से जुड़े किसानों ने अपनी जमीनों का स्वेच्छा से बैनामा प्राधिकरण के पक्ष में कर दिया। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के मार्गदर्शन में संचालित इस महत्वपूर्ण योजना के लिए किसानों के सहयोग से कार्य अब गति पकड़ता नजर आ रहा है।
GDA के सचिव राजेश कुमार सिंह
GDA के सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि ग्राम चम्पत नगर के खसरा संख्या 270, रकबा 0.1420 हेक्टेयर भूमि को अभय सिंघल पुत्र प्रमोद सिंघल निवासी राजनगर ने जीडीए को सौंप दिया, जिसके एवज में ₹45 लाख 89 हजार 440 का प्रतिकर भुगतान किया गया। इसी तरह शाहपुर निज मोरटा निवासी किरणपाल त्यागी पुत्र त्रिलोकचंद ने ग्राम शमशेर स्थित खसरा संख्या 837, रकबा 0.3455 हेक्टेयर भूमि जीडीए के नाम कर दी, जिनके परिवार को ₹1 करोड़ 86 लाख 84 हजार 640 की प्रतिकर राशि दी गई।
इससे पहले ग्राम नगला फिरोजपुर मोहनपुर निवासी रूबी पत्नी दीपक कुमार द्वारा खसरा संख्या 364 मि0, रकबा 0.0759 हेक्टेयर भूमि का बैनामा किया गया था, जो इस योजना की दिशा में तीसरा बड़ा सहयोग है।
GDA ने पारदर्शिता और आपसी सहमति की नीति
गौरतलब है कि किसानों से सहमति के आधार पर हो रही यह भूमि प्राप्ति, हाल ही में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में प्रतिकर निर्धारण पर हुई बैठक और प्राधिकरण बोर्ड के निर्णयों पर आधारित है। GDA ने पारदर्शिता और आपसी सहमति की नीति पर चलते हुए किसानों को समय पर उचित मुआवजा देकर योजना को जनसहयोग के साथ आगे बढ़ाने की पहल की है।
हरनंदी पुरम योजना अब अपने तय लक्ष्य की ओर निर्णायक कदम बढ़ा रही है और किसानों की भागीदारी इस विकास यात्रा को मजबूती प्रदान कर रही है।
