गाजियाबाद/ गौतमबुधनगर (शिखर समाचार) नोएडा STF ने गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में एक Fake Embassy का भंडाफोड़ किया है। यह दूतावास एक किराए के मकान (KV-35) में चलाया जा रहा था। इस मामले में मास्टरमाइंड हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया गया है, जो कई देशों के नाम पर फर्जी दूतावास चलाकर लोगों से ठगी कर रहा था। कविनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
छापेमारी में भारी मात्रा में नकली दस्तावेज और संपत्ति बरामद
हर्षवर्धन जैन की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और सामान बरामद हुए। इनमें दो फर्जी प्रेस कार्ड, विदेश मंत्रालय की नकली मोहर लगे दस्तावेज, सात पासपोर्ट, ₹44.70 लाख नगद, विदेशी मुद्रा, 34 मोहरें, 20 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेटें, 12 महंगी घड़ियां, चार डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियां, एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन शामिल हैं। बरामद सामग्री से साफ है कि आरोपी बड़ी साजिश के तहत यह काम कर रहा था।
अंतरराष्ट्रीय जालसाजी और माइक्रोनेशन से संबंध
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पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह कई वर्षों से विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठग रहा था। उसने बताया कि वह सेबोर्गा, वेस्ट अंटार्कटिका, पौल्विया और लाडोनिया जैसे स्वयंभू देशों के लोगों से जुड़ा हुआ था, और उन्हीं के नाम पर भारत में निजी दूतावास चला रहा था। उसने डिप्लोमैटिक पासपोर्ट भी बनवा रखे थे और सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ फर्जी फोटो पोस्ट कर लोगों को भरोसे में लेता था। एसटीएफ ने केंद्रीय एजेंसियों से पुष्टि के बाद कार्रवाई की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि यह गतिविधि देश की संप्रभुता के विरुद्ध है।
