हापुड़ (शिखर समाचार)
धौलाना क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय देहरा में बुधवार को घोर लापरवाही का मामला सामने आया। छुट्टी के बाद कक्षा में सो रही कक्षा पांच की छात्रा को शिक्षक बिना चेक किए स्कूल में ही बंद कर घर चले गए। बच्ची करीब दो घंटे तक कमरे में अकेली बंद रही। जागने के बाद जब उसने अपने को बंद पाया, तो घबरा कर रोने लगी।
पढ़ाई के बीच मासूम की नींद पर ताला: शिक्षक की लापरवाही से खिला संकट
जानकारी के अनुसार देहरा निवासी यूनुस की 10 वर्षीय बेटी आकशा कक्षा पांच की छात्रा है। बुधवार को पढ़ाई के दौरान वह थकान की वजह से कक्षा में ही सो गई थी। इसी बीच विद्यालय के शिक्षक बीएलओ ड्यूटी की जल्दी में बिना कक्षाओं को परखे स्कूल में ताला लगाकर चले गए।
उधर, जब बच्ची काफी देर तक घर नहीं पहुँची तो उसकी मां को चिंता हुई और वह उसे ढूँढने लगीं। तभी ग्रामीणों ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी और स्कूल परिसर की ओर पहुँचे। पड़ोसियों की मदद से ताला खुलवाया गया और बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
ग्रामीणों का रोष: शिक्षकों की लापरवाही और निरीक्षण की कमी से बढ़ा खतरा
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मामले की जानकारी फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। उनका कहना था कि शिक्षकों की लापरवाही के कारण बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि खंड शिक्षा अधिकारी से कभी संपर्क नहीं हो पाता और न ही वे क्षेत्र में निरीक्षण करने आते हैं।
ग्राम प्रधान शमीम ने बताया कि स्कूल की चाबी पड़ोस में रखी जाती है और आधा स्टाफ बीएलओ ड्यूटी में व्यस्त होने से विद्यालय में स्टाफ की भारी कमी रहती है। इस मामले को देखते हुए हेडमास्टर और शिक्षकों को सख्त चेतावनी जारी की गई है।
बीएसए रितु तोमर ने कहा: जांच जारी, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय
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इस प्रकरण पर बीएसए रितु तोमर ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलते ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल शिक्षा तंत्र की अनदेखी को उजागर करती है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल भी खड़े करती है।
