हापुड़ (शिखर समाचार)
वीरता, सूझबूझ और अदम्य साहस इन तीनों का ऐसा संगम तब देखने को मिला, जब हापुड़ कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह चौहान ने कुख्यात अपराधी अजय कालिया को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। अब उनकी इस बहादुरी को देश स्तर पर सम्मान मिलने जा रहा है। गृहमंत्रालय ने घोषणा की है कि उन्हें गैलंट्री मेडल से नवाज़ा जाएगा।
मोस्ट वांटेड अजय कालिया का अंत, मुठभेड़ में पुलिस की कार्यकुशलता बनी अपराधियों के लिए चेतावनी
यह घटना 21 जुलाई 2021 की है, जब मुनीष प्रताप सिंह नोएडा के सेक्टर-20 कोतवाली प्रभारी के पद पर तैनात थे। लंबे समय से फरार और हत्या, लूट व फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में वांछित अजय कालिया पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। उस दिन एसटीएफ की टीम के साथ संयुक्त अभियान के दौरान सेक्टर-14 नाले के पास हुई जोरदार मुठभेड़ में इस मोस्ट वांटेड अपराधी का खात्मा कर दिया गया। इस कार्रवाई ने न केवल अपराध जगत को हिला दिया, बल्कि नोएडा और हापुड़ पुलिस की कार्यकुशलता की मिसाल भी पेश की।
गैलंट्री मेडल से सम्मानित इंस्पेक्टर मुनीष प्रताप सिंह, बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल बने
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एसपी कुंवर केजी सिंह ने इस उपलब्धि पर कहा कि मुनीष प्रताप सिंह जैसे निर्भीक पुलिस अधिकारी न केवल अपने विभाग का नाम रोशन करते हैं, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का कारण बनते हैं। उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं है जब उन्हें सम्मान मिल रहा है इसके पहले भी वे तीन बार मेडल से नवाज़े जा चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनकी पत्नी रेणुका सिंह भी पुलिस सेवा में इंस्पेक्टर के पद पर मेरठ में तैनात हैं, जो खुद भी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जानी जाती हैं। इस गैलंट्री मेडल के साथ इंस्पेक्टर मुनीष प्रताप सिंह का नाम उन जांबाज पुलिसकर्मियों की सूची में और भी ऊंचा दर्ज हो गया है, जिनकी बहादुरी आने वाले समय में प्रेरणा का स्रोत बनेगी।