नोएडा (शिखर समाचार)। नोएडा में सक्रिय एक टप्पेबाज गिरोह और पुलिस के बीच उस वक्त जबरदस्त मुठभेड़ हो गई जब बदमाशों ने पुलिस के रोकने के बावजूद वाहन नहीं रोका और भागने की कोशिश की। यह घटना थाना सेक्टर-39 क्षेत्र के अंतर्गत दिल्ली-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर उस समय हुई जब पुलिस टीम रूटीन चेकिंग कर रही थी।
स्विफ्ट डिज़ायर कार सवार बदमाशों ने पुलिस से की जोरदार होड़, कार पेड़ से टकराई
एक सफेद स्विफ्ट डिज़ायर कार में सवार बदमाश जैसे ही एक्सप्रेसवे से सेक्टर-37 की ओर बढ़े, पुलिस ने उन्हें रोकने का संकेत दिया। लेकिन कार सवार युवकों ने रुकने के बजाय गाड़ी को तेज कर दिया और दादरी रोड की ओर भागने लगे। पुलिस ने शक के आधार पर पीछा शुरू किया, जो करीब एक किलोमीटर तक चला। खुद को घिरता देख बदमाशों ने गाड़ी को ग्रीन बेल्ट की ओर मोड़ दिया, जहां तेजी में कार एक पेड़ से टकरा गई।
कार रुकते ही एक बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने पहले चेतावनी दी, लेकिन जब फायरिंग नहीं रुकी तो जवाबी कार्रवाई की गई। फायरिंग के दौरान एक बदमाश गोली लगने से घायल होकर गिर पड़ा, जिसे तत्काल काबू में लिया गया। घायल की पहचान विकास पुत्र जयप्रकाश निवासी भागलपुर, बिहार के रूप में हुई है। उसके पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है।
कार दुर्घटना के बाद फरार हुए चार बदमाश पकड़े गए, सभी दिल्ली के निवासी
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घायल होने के बाद उसके बाकी चार साथी मौके से भाग खड़े हुए, लेकिन पुलिस ने तत्काल क्षेत्र की घेराबंदी कर कांबिंग ऑपरेशन शुरू किया। कुछ ही देर में चारों को पकड़ लिया गया। इनकी पहचान रंजन पुत्र लक्ष्मण महतो, मोहम्मद कुर्बान पुत्र बाबू जान, पिंटू उर्फ संजय पुत्र सलमान, और अमन पुत्र नन्हे मियां के रूप में हुई है। सभी आरोपी दिल्ली के निवासी हैं।
पुलिस ने इनके कब्जे से एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिज़ायर कार, पांच मोबाइल फोन और दो नकली नोटों की गड्डियां बरामद की हैं। नकली गड्डियों में ऊपर-नीचे असली 500 रुपये के नोट लगे थे जबकि बीच में सफेद कागज भरा था जिसे ये लोग झांसा देने के लिए इस्तेमाल करते थे। घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बाकी आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि गिरोह के सदस्य अक्सर राहगीरों को अपनी कार में लिफ्ट देने के बहाने बैठाते और फिर मौका देखकर उनसे ठगी करते थे। गिरोह के अन्य संभावित साथियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। अधिकारी इस गिरोह से जुड़े पुराने अपराधों की भी फाइलें खंगाल रहे हैं।