शारदा विश्वविद्यालय में योगोत्सव की गूंज, हजारों छात्र-छात्राओं ने किया योगाभ्यास, विदेशी विद्यार्थियों की भी खास भागीदारी

राष्ट्रीय शिखर
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शारदा विश्वविद्यालय में योगोत्सव की गूंज,

ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में शारदा विश्वविद्यालय परिसर में ‘योगोत्सव’ का आयोजन पूरी गरिमा और जीवंतता के साथ किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय और शारदा केयर हेल्थ सिटी हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में करीब 1500 छात्र, शिक्षण व गैर-शिक्षण कर्मचारी, डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, एनएसएस और एनसीसी की छात्राएं एक साथ योगाभ्यास करती नजर आईं। आयोजन में विदेशी विद्यार्थियों की भागीदारी ने इसे वैश्विक स्वरूप दिया।

प्राणायाम और विविध योग आसनों के माध्यम से तन-मन की एकाग्रता को साधा

प्रातःकालीन सत्र में प्रतिभागियों ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और विविध योग आसनों के माध्यम से तन-मन की एकाग्रता को साधा। साथ ही, योगाभ्यास के दौरान कॉमन योग प्रोटोकॉल को निर्देशित ढंग से दोहराया गया। आयोजन का उद्देश्य सिर्फ योग का प्रचार-प्रसार भर नहीं था, बल्कि दैनिक जीवन में योग की भूमिका को समझाना और मानसिक व शारीरिक संतुलन की आवश्यकता पर बल देना भी था।

इस विशेष मौके पर स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया, जिसमें बीपी, शुगर, बीएमआई की जांच के साथ डिजिटल हेल्थ कूपन वितरित किए गए। यह शिविर निवारक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने और समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति सजगता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ठोस कदम रहा।

शारदा केयर-हेल्थ सिटी के वाइस प्रेसिडेंट ऋषभ गुप्ता ने बताया कि योग केवल शारीरिक

शारदा केयर-हेल्थ सिटी के वाइस प्रेसिडेंट ऋषभ गुप्ता ने बताया कि योग केवल शारीरिक क्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली में संतुलन लाने का एक माध्यम है। उन्होंने बताया कि भविष्य में विश्वविद्यालय में योग पर केंद्रित और भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी, जिनमें चेयर योग सत्र, व्याख्यान और विशेष योग प्रदर्शनों को शामिल किया जाएगा।

वाइस चांसलर डॉ. सिबाराम खारा ने अपने संदेश में कहा कि योग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का आधार है। इसके अभ्यास से व्यक्ति न केवल स्वयं को बेहतर बना सकता है, बल्कि समाज के प्रति भी सकारात्मक ऊर्जा प्रसारित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि यह जीवनभर के स्वास्थ्य की नींव रखने का आह्वान है।

इस दौरान डीन रिसर्च डॉ. भुवनेश कुमार, डॉ. अन्विति गुप्ता, डॉ. मोहित साहनी, पीआर डायरेक्टर डॉ. अजीत कुमार और डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. प्रमोद सहित कई विभागों के एचओडी व वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। आयोजन ने यह संदेश दिया कि योग आज की नहीं, आने वाले कल की सबसे बड़ी जरूरत है।

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