मेरठ (शिखर समाचार)
समाधान दिवस के अवसर पर मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी शनिवार को अचानक थाना लालकुर्ती पहुंच गए। यहां उन्होंने पहले जनसुनवाई कर शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनीं और फिर सीधे थाने का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाना परिसर की साफ-सफाई, भवनों की स्थिति और अभिलेखों के रख-रखाव में गंभीर लापरवाही सामने आई, जिससे डीआईजी असंतुष्ट नजर आए। परिसर में बड़ी संख्या में लावारिस और सीज वाहन खड़े पाए गए जिनके निस्तारण में अनावश्यक देरी पर उन्होंने नाराजगी जताई।
डीआईजी ने थाने की व्यवस्था सुधारने के निर्देश जारी किए: साफ-सफाई से लेकर अभिलेखों तक सख्त कदम
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उन्होंने स्पष्ट किया कि गरीब लोगों को अपने वाहन छुड़ाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए और ऐसे मामलों में शीघ्र निर्णय लिया जाए। थाने की दीवारों पर उगे पेड़-पौधों और भवनों की जर्जर हालत पर भी डीआईजी ने गंभीर टिप्पणी करते हुए थाना प्रभारी को सख्त हिदायत दी कि इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो। उन्होंने आदेश दिया कि प्रत्येक सप्ताह थाने पर सोशल ड्राइव चलाकर सफाई सुनिश्चित की जाए और वर्षा ऋतु समाप्त होते ही रंगाई-पुताई और मरम्मत कार्य कराए जाएं। साथ ही महिला हेल्प डेस्क रजिस्टर, आगंतुक रजिस्टर और अन्य जरूरी अभिलेखों का व्यवस्थित ढंग से रखरखाव करने के निर्देश भी दिए।
लंबित विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश
उन्होंने लंबित विवेचनाओं के शीघ्र और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की बात कही और वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के लिए टीमों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के समय पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अपराध अवनीश कुमार और क्षेत्राधिकारी कैंट संतोष कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
डीआईजी ने यह भी कहा कि थाने को आगंतुकों के लिए सुलभ और नागरिकों के प्रति संवेदनशील बनाना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसमें लापरवाही की कोई जगह नहीं होगी।
