मेरठ (शिखर समाचार) पुलिस उप महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र कलानिधि नैथानी शनिवार को समाधान दिवस के मौके पर थाना लोहियानगर पहुँचे। यहां उन्होंने फरियादियों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर शिकायत का निस्तारण प्राथमिकता के साथ समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि आमजन को न्याय दिलाना ही समाधान दिवस का असली उद्देश्य है, इसलिए लापरवाही या देरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगी।
डीआईजी का औचक निरीक्षण: थाने की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के दिए निर्देश
जनसुनवाई के बाद डीआईजी ने अचानक थाने का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाना परिसर, मैस, बैरक और मालखाने की व्यवस्थाओं का गहनता से जायजा लिया। उन्होंने साफ-सफाई की स्थिति को और बेहतर करने के निर्देश दिए तथा भवनों के रख-रखाव को प्राथमिकता देने पर बल दिया। डीआईजी ने कहा कि थाने को आगंतुकों और फरियादियों के लिए सहज, सुरक्षित और कार्यसुलभ बनाया जाए, ताकि लोग बिना किसी संकोच के अपनी बात रख सकें।
डीआईजी ने विशेष रूप से जमीन से जुड़े विवादों को चिन्हित कर समाधान दिवस पर ही निस्तारित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छोटी धाराओं के मुकदमों का तत्काल निपटारा किया जाए, ताकि आम लोगों को बेवजह की परेशानियों से बचाया जा सके। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट निर्देश दिए कि थानों में खड़े सीज व लावारिस वाहन लंबे समय तक न अटकें, बल्कि जल्द से जल्द रिलीज कराए जाएं। उन्होंने कहा कि गरीब तबके के लोग अक्सर अपने वाहनों को छुड़ाने के लिए परेशान रहते हैं, इसलिए इसमें अनावश्यक विलंब न हो।
डीआईजी ने की सख्त चेतावनी: ई-साक्ष्य और लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी लाने की जरूरत
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/the-dm-canceled-the-notices-issued-to-70-shop/
निरीक्षण के दौरान उन्होंने ई-साक्ष्य के शत-प्रतिशत पालन पर विशेष बल दिया और लंबित विवेचनाओं के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर जोर दिया। डीआईजी ने कहा कि वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी शीघ्र सुनिश्चित की जाए और हिस्ट्रीशीटरों की नियमित निगरानी भी की जाती रहे। उन्होंने महिला हेल्प डेस्क, आगंतुक रजिस्टर और रजिस्टर नंबर-08 सहित सभी रजिस्टरों के उचित रखरखाव को भी आवश्यक बताया।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक सप्ताह विशेष सफाई अभियान चलाकर थाने की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जाए और क्षेत्राधिकारी समय-समय पर नेतृत्व प्रदान करें। डीआईजी ने यह भी कहा कि जनता की शिकायतों के निस्तारण में देरी किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं होगी।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह, क्षेत्राधिकारी कोतवाली अंतरिक्ष जैन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।