नोएडा (शिखर समाचार)।
एक ऊँची बिल्डिंग की ऊँचाई से संचालित हो रहा था ऐसा ठग नेटवर्क, जो हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका में बैठी मासूम जनता को अपना निशाना बना रहा था। नोएडा पुलिस की मुस्तैदी से सोमवार को सेक्टर-135 स्थित एक हाइराइज़ सोसाइटी की 17वीं मंजिल पर चल रहे फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ। कॉल सेंटर से जुड़े 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। यह गिरोह अब तक करीब 150 अमेरिकी नागरिकों को ठगी का शिकार बना चुका था।
गिफ्ट कार्ड, फर्जी लोन और फेक चेक थे मुख्य हथियार
पुलिस के अनुसार यह साइबर गिरोह गूगल ऐप्स के जरिए अमेरिकी नागरिकों का डेटा खरीदता था और फिर उन्हें फिशिंग मेल भेजता था। मेल में गिफ्ट वाउचर जीतने, लोन पास होने और ऑफर पाने जैसी लालच भरी स्कीमें बताकर लोगों को फंसाया जाता था। पीड़ित जब जवाब देता, तो उससे स्काईप या टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क किया जाता और 300 डॉलर तक की प्रोसेसिंग फीस ऐप्पल ई-बाई, वॉलमार्ट जैसे गिफ्ट कार्ड्स के जरिए ऐंठ ली जाती थी। बारकोड मिलते ही ठग संपर्क तोड़ देते थे।
फर्जी चेक से भी बिछाते थे जाल
जिनसे गिफ्ट कार्ड नहीं मिल पाता, उन्हें एक नकली चेक मेल किया जाता था। पीड़ित चेक की तस्वीर लेकर अपने बैंक ऐप में स्कैन करता, और अगर बैंक उससे पैसे रिलीज करता, तो वह रकम सीधे गिरोह के जाल में फंस जाती।
अधिकतर आरोपी नॉर्थ ईस्ट भारत के रहने वाले
गिरफ्तार किए गए अधिकतर आरोपी नॉर्थ ईस्ट भारत के रहने वाले हैं, जिनकी बोलचाल की शैली अमेरिकी उच्चारण से मेल खाती है। इसी वजह से विदेशी नागरिक इनकी बातों में आसानी से आ जाते थे।
पुलिस ने सरगना मुस्तफा शेख समेत चिनिवे, दिनेश पाण्डेय, सोहिल अजमिल, उमर सम्सी, कल्पेस शर्मा, आफताब कुरैशी, विडोव, राम सेवक, सत्यनारायण मंडल, थिजनो लुटो और निबूले अकामी को गिरफ्तार किया है।
नोएडा पुलिस की बड़ी सफलता: विदेशों से जुड़े साइबर गिरोह का पर्दाफाश, जब्त हुए महंगे उपकरण
पुलिस ने इनके पास से 10 लैपटॉप, 16 एंड्रॉइड फोन, 9 चार्जर, 9 हेडफोन, एक इंटरनेट राउटर और एक आईफोन चार्जर जब्त किया है। सभी बैंक खातों और वॉलेट को सीज करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
डीसीपी यमुना प्रसाद के अनुसार यह पूरा ऑपरेशन तीन महीने से चल रहा था और इसके तार विदेशों से जुड़े हो सकते हैं। आगे की जांच में अंतरराष्ट्रीय साइबर एजेंसियों से भी मदद ली जा सकती है। इस कार्रवाई से नोएडा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, वहीं विदेशी एजेंसियों ने भी इस कदम को अहम माना है।