गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद में नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव एवं जिले के नोडल अधिकारी अमृत अभिजात ने नगर निगम की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की और ‘ग्रीन गाजियाबाद’ के विजन को लेकर अधिकारियों संग विस्तृत रणनीति तैयार की। सीनियर सिटीजन केयर सेंटर के निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति का मौके पर जाकर अवलोकन किया गया, जहां मुख्य अभियंता नरेंद्र कुमार चौधरी एवं उनकी टीम ने अब तक की गतिविधियों की जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान वन विभाग और उद्यान प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे हरित अभियानों
निरीक्षण के दौरान वन विभाग और उद्यान प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे हरित अभियानों का भी जायजा लिया गया। संजय नगर सेक्टर-23 स्थित नर्सरी में पहुंचकर उन्होंने फलदार और औषधीय पौधों की संख्या बढ़ाने पर ज़ोर दिया। उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज ने बताया कि एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान के तहत इस वर्ष गाजियाबाद नगर निगम 1,13,000 पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है और यह कार्य मानसून के साथ तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
एनडीआरएफ परिसर में सामूहिक रूप से वृक्षारोपण कर इस अभियान को सशक्त रूप देने की शुरुआत की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल भी मौजूद रहे। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि पूर्व वर्षों में लगाए गए पौधों ने अब वृक्ष का रूप ले लिया है, जो कि नगर निगम की सतत हरित प्रयासों का प्रमाण है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि इस बार रोपे जाने वाले पौधों की देखरेख और संरक्षण को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए ताकि उनका दीर्घकालीन प्रभाव सुनिश्चित हो सके।
विकास भवन में वृहद समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ
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इस पूरी प्रक्रिया को जन सहयोग से और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से दुर्गावती देवी सभागार, विकास भवन में वृहद समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी दीपक मीना ने की। बैठक में तय किया गया कि जिले में लगभग 10 लाख पौधे विभिन्न विभागों द्वारा एक संग लगाए जाएंगे। गड्ढे खोदने से लेकर स्थान चयन तक की तैयारी पूर्ण हो चुकी है। नगर निगम, जीडीए, कृषि विभाग, जल निगम, पशुपालन, पुलिस, सामाजिक संस्थाएं और जिला प्रशासन इस महाअभियान का हिस्सा होंगे। पौधारोपण का औपचारिक शुभारंभ 9 जुलाई को किया जाएगा।
प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने बैठक में स्पष्ट किया कि केवल आंकड़े नहीं, बल्कि नीयत और जन सहभागिता से परिणाम आएंगे। सभी विभागों को न केवल लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया बल्कि वृक्षारोपण को ‘जन आंदोलन’ के रूप में संचालित करने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद को हरियाली की ओर अग्रसर करना प्रशासनिक संकल्प के साथ-साथ जन चेतना का भी दायित्व है।

इस निरीक्षण और समीक्षा अभियान से यह स्पष्ट संदेश गया कि अब गाजियाबाद में केवल पेड़ नहीं लगाए जाएंगे, बल्कि एक हरित संस्कृति का बीज बोया जा रहा है, जो आने वाले वर्षों में शहर की पहचान को नई ऊर्जा और स्वच्छता का आधार प्रदान करेगा।