गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा आम जनता की समस्याओं के समयबद्ध समाधान और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किए गए पहल पोर्टल पर उल्लेखनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों को अब प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी क्रम में प्राधिकरण के कॉमर्शियल सेक्शन में कार्यरत लिपिक राधे श्याम को उनकी कर्मठता और निष्ठा के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रशस्ति से प्रोत्साहन तक: पहल पोर्टल में उत्कृष्टता को मिलेगी मान्यता
यह सम्मान प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार सिंह द्वारा प्रदान किया गया, जो कि उपाध्यक्ष अतुल वत्स के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत जारी किया गया। उपाध्यक्ष महोदय ने हाल ही में विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान पहल पोर्टल की कार्यप्रणाली की गहन पड़ताल की थी, जिसमें आवंटियों की शिकायतों के निस्तारण की गति और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया।
बैठक में उपाध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जो कर्मचारी सुस्ती या लापरवाही से कार्य कर रहे हैं, उनके पटल बदले जाएंगे और जो कर्मचारी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा, ताकि सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का माहौल बने और प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारी कार्य के प्रति और अधिक जिम्मेदार बन सके।
राधे श्याम की उत्कृष्ट सेवा से पहल पोर्टल को नई ऊर्जा
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/india-korea-a-new-democratic-chapter/
इस पहल के अंतर्गत राधे श्याम को मिली सराहना से न केवल उनके मनोबल में वृद्धि हुई है, बल्कि अन्य सहकर्मियों को भी प्रेरणा मिली है। सचिव राजेश कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि किसी भी संस्था की प्रगति तभी संभव है जब उसके प्रत्येक कर्मचारी की भूमिका सक्रिय, संवेदनशील और उत्तरदायी हो। राधे श्याम ने पहल पोर्टल पर जिस प्रकार से कार्य को प्राथमिकता देते हुए गुणवत्ता के साथ निष्पादन किया, वह सराहनीय है और सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।
प्राधिकरण द्वारा संचालित पहल पोर्टल आवंटियों और नागरिकों को उनकी समस्याओं का ऑनलाइन समाधान देने का एक सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। प्राधिकरण का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग इस डिजिटल मंच का लाभ उठाएं और विकास कार्यों से सीधे तौर पर जुड़ें।

इस तरह की प्रशंसा और प्रोत्साहन की परंपरा से निश्चित ही गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कार्यसंस्कृति में एक नई ऊर्जा और गति का संचार हो रहा है।