कॉरपोरेट दुनिया की ओर पहला कदम: ITS Ghaziabad में कैंपस टू कॉरपोरेट कार्यक्रम ने विद्यार्थियों में भरी नई ऊर्जा

Rashtriya Shikhar
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Towards the Corporate World: 'Campus to Corporate' IMAGE CREDIT TO ITS

गाजियाबाद (शिखर समाचार)
आईटीएस स्कूल ऑफ मैनेजमेंट गाजियाबाद ने पीजीडीएम सत्र 2024-26 के विद्यार्थियों के लिए एक बेहद उद्देश्यपूर्ण और प्रासंगिक पुनर्अभिविन्यास कार्यक्रम का आयोजन किया। मंगलवार, 5 अगस्त को कैंपस टू कॉरपोरेट, बदलती अपेक्षाएँ” विषय पर द्रोणाचार्य ऑडिटोरियम में आयोजित इस आयोजन का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों को क्लासरूम की परिधि से निकालकर कॉरपोरेट दुनिया की वास्तविकताओं से जोड़ना रहा।

कॉरपोरेट दुनिया में सफलता के लिए व्यवहारिक शिक्षा और नैतिकता आवश्यक: निदेशक प्रो. अजय कुमार

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कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें अतिथि स्वरूप कॉरपोरेट क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की। मंच पर उपस्थित थे जिनमें मुकेश मोहन गुप्ता अध्यक्ष भारतीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंडल, सुश्री मेघना मक्कड़ कॉर्पोरेट ट्रेनर एवं मैट्रिक्स लाइफ ट्रेनिंग की संस्थापक, शुभ्रांशु मोहंती पूर्व एचआर प्रमुख एवरेस्ट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सत्यक्की भट्टाचार्य सीईओ ट्रांसफॉर्मिंग मैनेजमेंट सिस्टम्स, संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय कुमार एवं पीजीडीएम चेयरपर्सन डॉ. अनुषा अग्रवाल।

निदेशक प्रो. अजय कुमार ने स्वागत संबोधन में विद्यार्थियों को वर्तमान कॉरपोरेट प्रतिस्पर्धा में टिके रहने के लिए व्यवहारिक शिक्षा, नैतिक मूल्यों, निरंतर सीखने की ललक और खुद की ब्रांडिंग पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए डॉ. अनुषा अग्रवाल ने कहा कि आज का कॉरपोरेट परिदृश्य सिर्फ डिग्री नहीं, दृष्टिकोण और दक्षता मांगता है।

प्रेरक वक्ताओं से मिली सफलता की कुंजी: अनुभव, सोच और कौशल

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वक्ताओं ने अपने अनुभवों और विचारों से विद्यार्थियों को प्रेरित किया। मुकेश मोहन गुप्ता ने कहा कि आज के समय में विचारों की स्पष्टता, नीतियों की दृढ़ता और प्रयासों की निरंतरता ही सफलता का मूल मंत्र हैं। उन्होंने असफलताओं से सीखने और बड़े सपने देखने की हिम्मत रखने की सलाह दी। सुश्री मेघना मक्कड़ ने आत्म-संवाद, सकारात्मक सोच और अनुशासन की आदतों को विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण में निर्णायक बताया। उन्होंने मानसिक रूप से मजबूत बनकर चुनौतियों का सामना करने पर बल दिया। शुभ्रांशु मोहंती ने छात्रों को करियर निर्माण में नेटवर्किंग, फील्ड लर्निंग और स्किल डेवलपमेंट को प्रमुख मानदंड बताया। वहीं सत्यक्की भट्टाचार्य ने प्रबंधकीय जीवन में भावनात्मक समझ, ईमानदारी और बदलाव के प्रति ग्रहणशीलता को आवश्यक गुण बताया।

इस विशेष आयोजन में 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया, साथ ही अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण में उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रदर्शन करने वाले छात्र प्रतिनिधि को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया। आईटीएस एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन आर.पी. चड्ढा ने इस प्रेरक पहल के लिए आयोजकों को बधाई दी, जबकि वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने संस्थान की उद्योग उन्मुख सोच को दोहराते हुए विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।

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