मुरादनगर (शिखर समाचार)। रचनात्मकता और जिम्मेदारी की अद्भुत मिसाल उस समय देखने को मिली जब के सी एम पब्लिक स्कूल ने के एस डिस्ट्रीब्यूटर्स के सहयोग से रंग बचपन के विषय पर कला प्रतियोगिता का आयोजन किया। स्कूल परिसर में हुए इस आयोजन में नन्हें हाथों ने कागज पर रंग बिखेरते हुए जल बचाने और स्वच्छ पर्यावरण बनाए रखने का सशक्त संदेश दिया। बच्चों के चित्रों में प्रकृति की सुंदरता, जल का महत्व और प्रदूषण से मुक्ति की चाह बखूबी झलक रही थी।
संस्कार, जल और हरियाली: बच्चों के लिए जीवन की सच्ची सीख
प्रतियोगिता के दौरान के एस डिस्ट्रीब्यूटर्स से जुड़े विशाल गुप्ता ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि बचपन में डाले गए अच्छे संस्कार और सकारात्मक विचार जीवनभर दिशा दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पानी ही जीवन की धारा है, इसलिए नदियों-नहरों में कभी भी पॉलिथीन या गंदगी नहीं डालनी चाहिए। वहीं राखी गुप्ता ने बढ़ते प्रदूषण को गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि आज जिस तरह लोग पीने का पानी खरीदने को मजबूर हैं, यह हमें चेताने के लिए काफी है। उन्होंने बच्चों को सुझाव दिया कि जन्मदिन और विशेष अवसरों पर पौधारोपण की परंपरा शुरू करनी चाहिए, क्योंकि यही पर्यावरण को स्वच्छ और हराभरा बनाने की दिशा में सार्थक योगदान होगा।
प्रतिभा का सम्मान: शिफा प्रथम, वान्या द्वितीय, परी तृतीय स्थान पर रहीं
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/dr-kamal-bhambri-appointed-youth-chief/
प्रतियोगिता में शिफा ने प्रथम, वान्या गोयल ने द्वितीय और परी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को पुरस्कार और सम्मान पत्र प्रदान कर उत्साहित किया गया। आयोजन में शामिल 80 सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार तथा 10 बच्चों को उत्कृष्टता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
रचनात्मकता को पंख और प्रकृति से जुड़ाव: विद्यालय ने आयोजकों का जताया आभार
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/mahagun-projects-unsafe-action-needed/
विद्यालय प्रबंधक रामकिशन बंधु ने इस पहल के लिए आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों की रचनात्मकता को नए पंख देते हैं और साथ ही उनमें पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी जाग्रत करते हैं। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की ओर से अमिता रानी और प्रीति गुप्ता ने आयोजकों को स्मृति चिह्न भेंट किए। पूरे आयोजन को सफल बनाने में स्कूल स्टाफ की भूमिका सराहनीय रही।