ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार) मातृत्व और शिशु पोषण की अहमियत को लेकर शारदा अस्पताल ने विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर एक असरदार और व्यावहारिक मुहिम शुरू की है। अस्पताल परिसर में पूरे सप्ताह तक चलने वाले इस जागरूकता अभियान का मकसद नवजातों के सर्वांगीण विकास में स्तनपान की भूमिका को रेखांकित करना है।
नवजात के लिए प्राकृतिक सुरक्षा कवच, शारदा अस्पताल से जनजागरूकता की पहल
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे शारदा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राममूर्ति शर्मा ने बताया कि यह आयोजन अस्पताल के बाल रोग विभाग की देखरेख में चलाया जा रहा है, जिसमें पोस्टर मेकिंग और नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियों के ज़रिए आमजन तक एक मजबूत संदेश पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मां का दूध एक संपूर्ण आहार है, जिसमें ऐसे पोषक तत्व, एंटीबॉडी और एंजाइम होते हैं, जो न केवल नवजात की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देते हैं बल्कि उसे कई गंभीर संक्रमणों से भी दूर रखते हैं। यह एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच है जिसे कोई विकल्प नहीं दे सकता।
स्तनपान सप्ताह की थीम: माताओं के लिए समर्थन, बच्चों के लिए पोषण और भविष्य के लिए स्थायित्व
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/awareness-at-its-dental-college/
बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. आरके थापर ने बताया कि अगस्त माह के पहले सप्ताह में मनाया जाने वाला यह सप्ताह यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन की साझेदारी से हर वर्ष दुनियाभर में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य माताओं को स्तनपान के प्रति प्रोत्साहित करना और शिशुओं को कुपोषण से बचाते हुए उनके मानसिक व शारीरिक विकास को गति देना है।
इस वर्ष की थीम स्तनपान को प्राथमिकता दें, स्थायी सहायता प्रणालियां बनाएं माताओं के लिए एक ऐसा सपोर्ट सिस्टम खड़ा करने की अपील करती है, जिससे वे अपने मातृत्व और करियर के बीच संतुलन बनाकर स्वस्थ बच्चों की परवरिश कर सकें। साथ ही यह अभियान पर्यावरणीय जागरूकता को भी शामिल करता है, क्योंकि मां का दूध न सिर्फ शिशु के लिए लाभकारी है बल्कि यह टिकाऊ और स्वाभाविक पोषण का जरिया भी है।
शारदा अस्पताल का संकल्प: स्तनपान की गलतफहमियों को दूर कर स्वस्थ भविष्य की ओर
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/injured-by-gunshot-in-police-encounter/
इस अवसर पर अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुषमा, डॉ. रुचि राय, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. समिता नायर सहित नर्सिंग स्टाफ के सदस्य भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि स्तनपान से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ते हुए हर महिला तक सही जानकारी और सहायता पहुंचाई जाएगी, ताकि भविष्य की पीढ़ी बेहतर सेहत और पोषण के साथ आगे बढ़े।
शारदा अस्पताल की यह पहल एक स्वस्थ समाज की दिशा में एक ठोस कदम के रूप में देखी जा रही है, जिसमें स्वास्थ्य, जानकारी और संवेदनशीलता तीनों का समावेश है।