रठ (शिखर समाचार) ग्राम पंचायत भूनी के मुरलीवाला फार्म हाउस में उस समय अनोखा माहौल देखने को मिला, जब अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में भव्य ब्राह्मण संसद का आयोजन हुआ। यह सभा न केवल संगठनात्मक शक्ति का परिचायक बनी बल्कि समाज में चेतना और एकजुटता का संदेश भी लेकर आई।
समाज को संगठित करने का संकल्प हुआ साकार, ब्राह्मण महासभा के पंडित त्रिपाठी ने जताई उम्मीदें
कार्यक्रम की कमान ब्लॉक अध्यक्ष दीपक शर्मा ने संभाली और जिला महामंत्री जितेंद्र शर्मा ने पूरे आयोजन को दिशा देने का कार्य किया। सभा की अध्यक्षता पंडित ईश्वर नंद शर्मा ने की, जबकि मंच संचालन का जिम्मा प्रमोद शर्मा ने अपने ओजपूर्ण अंदाज़ में निभाया।
संसद में बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी पहुंचे। उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि समाज को संगठित करने का जो संकल्प उन्होंने लिया था, आज वह साकार रूप लेता दिखाई दे रहा है। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय मतदाता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित आदेश फौजी ने ब्राह्मण समाज की ऐतिहासिक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्राह्मण कभी जातिवादी नहीं रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्राह्मण शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञाता है, जिसने हमेशा समाज के हर वर्ग को सम्मान दिया।
ब्राह्मण समाज की सच्चाई और सम्मान पर जोर, पंडित आदेश फौजी ने जताई आर्थिक-समाजिक आधार पर आरक्षण की मांग
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पंडित आदेश फौजी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में ब्राह्मणों को लेकर फैलाई जाने वाली भ्रांतियां असत्य हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि और संत रविदास को सम्मान देने का कार्य ब्राह्मणों ने ही किया। उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर मनुस्मृति को लेकर गलत प्रचार किया जाता है जबकि उसमें समाज को कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था में बांटा गया था, जबकि संविधान ने जातियों का आधार बनाया। उन्होंने यह मांग भी रखी कि आरक्षण जातिगत नहीं बल्कि आर्थिक और सामाजिक स्थिति को देखते हुए दिया जाना चाहिए।
सभा में पवन शर्मा, प्रदीप शर्मा, अनुज शर्मा, दिलबर शर्मा, विशाल शर्मा, राकेश भारद्वाज, बिजेंद्र शर्मा, हरिप्रकाश शर्मा, मनोज शर्मा, सत्यपाल शर्मा, मामेन्द्र शर्मा, राजपाल शर्मा समेत हजारों ब्राह्मण पुरोधा मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम में उत्साह और अनुशासन का अद्भुत संगम देखने को मिला।
