संभल (शिखर समाचार) उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक ऐसा हृदयविदारक हादसा सामने आया है, जिसने न केवल एक परिवार की खुशियां निगल लीं, बल्कि पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया। जुनावई थाना क्षेत्र अंतर्गत जनता इंटर कॉलेज के पास रविवार की रात एक बुलेरो वाहन तेज रफ्तार में बेकाबू होकर कॉलेज की दीवार से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन में बैठे 12 लोगों में से 8 की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि बाकी चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में दूल्हा भी शामिल है, जिसकी शादी की खुशियां अगले ही दिन मनाई जानी थीं, लेकिन किस्मत ने क्रूरता की ऐसी मिसाल पेश की कि सात फेरों से पहले ही अर्थी सज गई।
हादसा इतना भयावह था कि टक्कर के बाद पूरे इलाके में चीख-पुकार गूंजने लगीhttps://bharatsamachartv.in/sambhal-road-accident-8-dead-postmortem-delay-vahapur/
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयावह था कि टक्कर के बाद पूरे इलाके में चीख-पुकार गूंजने लगी। वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे लोग इधर-उधर जा गिरे। स्थानीय ग्रामीण तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया।
बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने वाहन की रफ्तार पर नियंत्रण खो दिया थाhttps://rashtriyashikhar.com/municipal-commissioner-angry-over-cleanliness/
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक बुलेरो में सवार सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने वाहन की रफ्तार पर नियंत्रण खो दिया था, जिससे यह दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। गांव में जिस घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब मातम पसरा है। दूल्हा जो अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की ओर कदम बढ़ा रहा था, अब परिजनों की आंखों में हमेशा के लिए एक टीस छोड़ गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया
इस घटना की सूचना जब राज्य सरकार तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए। साथ ही हादसे की जांच के आदेश भी दिए गए हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि दुर्घटना के पीछे तकनीकी कारण थे या मानवीय लापरवाही।