गाजियाबाद (शिखर समाचार)
भारतीय जनता पार्टी महानगर गाजियाबाद ने रविवार को बूथों पर मन की बात कार्यक्रम के तहत एक अनोखी मिसाल पेश की, जहां बूथ स्तर पर संवाद, श्रद्धांजलि और पर्यावरण सरोकार का त्रिवेणी संगम देखने को मिला। कार्यक्रम की कमान संभाली BJP महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने, और हर बूथ पर मन की बात को सिर्फ सुना नहीं गया, बल्कि उसे जीने की कोशिश भी की गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संवाद कार्यक्रम को बूथ-बूथ पर कार्यकर्ताओं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संवाद कार्यक्रम को बूथ-बूथ पर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और स्थानीय जनता ने आत्मीयता से सुना। इसके बाद भारत माता के सच्चे सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रवाद के प्रति नई ऊर्जा के साथ प्रतिबद्धता जताई गई। बलिदान दिवस के अवसर पर उनकी तस्वीर के समक्ष श्रद्धा के फूल अर्पित कर उपस्थित जनसमूह ने उनके विचारों को जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि हर बूथ पर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाते हुए एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 10-10 पौधे रोपे गए। इन पौधों में न केवल हरियाली की आस थी, बल्कि मां और मातृभूमि के प्रति गहरा भावनात्मक जुड़ाव भी था। यह पौधारोपण केवल प्रतीक नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के भीतर सेवा, समर्पण और संवेदनशीलता की जीवंत तस्वीर थी।
जनप्रतिनिधियों ने फूंकी ऊर्जा, कार्यकर्ताओं में भरा उत्साह
राजनगर मंडल में महापौर सुनीता दयाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मन की बात जैसे सांस्कृतिक संवाद और पौधारोपण जैसे पर्यावरणीय प्रयास हमें भावनात्मक और सामाजिक रूप से मजबूत करते हैं। कविनगर मंडल में सांसद अतुल गर्ग ने इसे मां और धरती दोनों के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व बताया।
गांधीनगर मंडल में महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने इसे भाजपा की विचारधारा का आत्म-प्रतिबिंब कहा, जो राष्ट्रवाद और प्रकृति प्रेम को साथ लेकर चलती है।
इंदिरापुरम मंडल में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने इसे जनजागरण का युगानुकूल प्रयास बताया, वहीं गोविंदपुरम मंडल में विधायक अजीत पाल त्यागी ने इसे भावी पीढ़ी के लिए हरियाली का तोहफा बताया।
प्रताप विहार मंडल में विधायक संजीव शर्मा ने इस अवसर को राष्ट्रनायक के बलिदान और प्रकृति के सम्मान का एकसाथ उत्सव बताया।
कार्यकर्ता ही असली नायक
हर बूथ पर शक्ति केंद्र प्रमुख, बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, पार्षद और स्थानीय कार्यकर्ताओं की जोशभरी भागीदारी ने इस कार्यक्रम को केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं रहने दिया, बल्कि इसे जनचेतना का आंदोलन बना दिया। मां, मिट्टी और मातृभूमि को समर्पित यह दिन भाजपा कार्यकर्ताओं की वैचारिक प्रतिबद्धता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और संगठनात्मक शक्ति का परिचायक बन गया।

भाजपा का यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण था कि जब कार्यकर्ता ज़मीन से जुड़े होते हैं, तब संवाद सशक्त बनता है और जब विचारों में राष्ट्र समाहित होता है, तब आयोजन नहीं, आंदोलन जन्म लेते हैं। मन की बात अब सिर्फ रेडियो पर नहीं, हर बूथ पर, हर मन में गूंज रही है राष्ट्र के भविष्य की दिशा तय करती हुई।