बिजनौर (शिखर समाचार) नगर क्षेत्र के कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने को लेकर नगर पालिका परिषद पूरी तरह गंभीर दिखाई दे रही है। इसी क्रम में डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में चेयरमैन इंदिरा सिंह की अध्यक्षता तथा सफाई निरीक्षक गोविंद चौधरी के संचालन में एक महत्वपूर्ण अंतर्विभागीय समन्वय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जुलाई माह के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
कुपोषण से जंग: आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और वार्डवार पुनः सर्वे की तैयारी
बैठक के दौरान यह सामने आया कि नगर क्षेत्र में कुल 41 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें अब तक 215 बच्चों को कुपोषित की श्रेणी में चिन्हित किया जा चुका है। इन बच्चों को जुलाई में विशेष पोषण आहार किट प्रदान की गई, जिसका असर बच्चों की सेहत पर स्पष्ट रूप से नजर आने लगा है। कई बच्चों में वजन और स्वास्थ्य मानकों में सुधार दर्ज किया गया है, जिससे इस पहल को लेकर सकारात्मक संकेत मिले हैं।
बैठक में यह भी तय किया गया कि नगर क्षेत्र में वार्डवार पुनः सर्वे कराया जाएगा ताकि न केवल पहले से चिन्हित बच्चों की निगरानी की जा सके, बल्कि नए कुपोषित बच्चों की पहचान भी की जा सके। बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के किसी भी प्रतिनिधि की गैरमौजूदगी पर चिंता व्यक्त की गई और यह तय हुआ कि भविष्य की बैठकों की सूचना संबंधित विभागों को समय से भेजी जाएगी ताकि उनकी उपस्थिति और सहभागिता सुनिश्चित हो सके।
संयुक्त प्रयास से पोषण अभियान को नई जान: नगर क्षेत्र के बच्चों के लिए समर्पित पहल
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इस मौके पर अवर अभियंता (सिविल) यशवंत सिंह, अवर अभियंता (जलकल) गौरव शर्मा, सफाई लिपिक संदीप कुमार, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर भावना भारद्वाज, नगर क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सफाई नायक भी मौजूद रहे।
समन्वय के साथ की जा रही यह पहल नगर क्षेत्र के उन बच्चों के लिए संजीवनी बन रही है, जो अब तक पोषण के अभाव में जीवन की जंग लड़ रहे थे। नगर पालिका का यह प्रयास न केवल जागरूकता बढ़ा रहा है, बल्कि जमीनी स्तर पर परिणाम भी देने लगा है।