गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने नवरात्रि पर शहरवासियों को बड़ी सौगात दी है। मधुबन बापूधाम योजना में श्मशान भूमि के पास भूखंड आवंटित होने से असुविधा झेल रहे 161 आवंटियों को अब नए भूखंड दिए जाएंगे। प्राधिकरण ने यह निर्णय जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया है ताकि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण में उनका सपना साकार हो सके।
वैकल्पिक स्थान की मांग पर बड़ी पहल
पिछले कई महीनों से प्रभावित आवंटियों की ओर से लगातार वैकल्पिक स्थान की मांग उठ रही थी। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने स्वयं स्थिति की समीक्षा की और समस्या का स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए। इसके बाद योजना का लेआउट दोबारा तैयार किया गया और इसे बोर्ड से अनुमोदन भी मिल चुका है।
श्मशान भूमि के पास आवंटन पर राहत
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नए भूखंडों का आवंटन 30 सितम्बर 2025 को पारदर्शी लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। इस लॉटरी में केवल वे आवंटी शामिल होंगे, जिनके भूखंड श्मशान भूमि के निकट थे और जिन्होंने स्थान परिवर्तन की मांग की थी। पूरी प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए स्वतंत्र पर्यवेक्षण की भी व्यवस्था की जा रही है। जीडीए का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक आवंटी को ऐसा घर मिले, जहाँ उनका परिवार सुरक्षित, स्वस्थ और गरिमापूर्ण जीवन जी सके। उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि “जनसंतोष ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हमें प्रसन्नता है कि नवरात्रि जैसे शुभ अवसर पर हम 161 परिवारों को राहत दे पा रहे हैं और उन्हें नए आशियाने का तोहफा दे रहे हैं।” इस निर्णय से प्रभावित आवंटियों में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कदम न केवल आवंटियों की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान करेगा बल्कि प्राधिकरण की संवेदनशीलता और पारदर्शिता का भी उदाहरण बनेगा।