देहरादून (शिखर समाचार) जनपद देहरादून के जनजातीय व दूरस्थ क्षेत्र कालसी में 17 अगस्त को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक बहुद्देशीय शिविर आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति मनोज तिवारी और न्यायमूर्ति मंजू तिवारी की उपस्थिति रही। शिविर में जिला जज देहरादून प्रेम सिंह खिमाल, जिला जज नीमा खिमाल, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उत्तराखण्ड के सदस्य सचिव प्रदीप मणि त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून अभिनव शाह, मुख्य चिकित्साधिकारी मनोज शर्मा समेत जिले के न्यायिक अधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
विधिक जागरूकता से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक, शिविर में बिखरा जनकल्याण का रंग
शिविर की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर संस्कृति विभाग के कलाकारों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और लोक नृत्य प्रस्तुत कर स्थानीय संस्कृति का रंग बिखेरा। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीमा डुँगराकोटी ने बताया कि ऐसे शिविर समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य ग्रामीण व जनजातीय क्षेत्रों की जनता को उनके विधिक और सामाजिक अधिकारों से अवगत कराना है।
स्वास्थ्य विभाग और ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की टीम ने निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया। जरूरतमंदों को दवाइयां भी उपलब्ध कराई गईं। स्वच्छता व्यवस्था में योगदान देने वाले सात पर्यावरण मित्रों को न्यायमूर्ति द्वारा सम्मानित किया गया।
सहयोग और सशक्तिकरण का संगम, शिविर में जरूरतमंदों को मिला सम्मान और सहारा
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महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के साथ कई सामाजिक संगठनों और निजी कंपनियों ने भी सहयोग प्रदान किया। नारायण स्वयं सहायता समूह और ग्राम्य विकास विभाग कालसी ने चेक वितरण किया। बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
शिविर में ग्रामीणों, महिलाओं, स्कूली बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को कंप्यूटर सेट, टैबलेट, प्रिंटर, आरओ, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, किशोरी किट, फर्स्ट एड किट, इम्युनिटी बूस्टर, सोलर लैम्प, स्कूल बैग, कंबल, टिफिन और पानी की बोतल जैसी उपयोगी सामग्रियां वितरित की गईं। दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, बैसाखी, वॉकर और कान की मशीनें उपलब्ध कराई गईं। अंत में न्यायमूर्तियों ने शिविर में लगे स्टॉलों का निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों एवं संगठनों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस मेगा शिविर में एक हजार से अधिक लोग लाभान्वित हुए।