गाज़ियाबाद (शिखर समाचार) नेहरू वर्ल्ड स्कूल के अर्ली इयरर्स विभाग का वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव शनिवार को भव्यता और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे लगभग 303 बच्चों ने मंच पर भारतीय संस्कृति की विविध छटाओं को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य विषय अतुल्य भारत था, जिसके अंतर्गत देश के विभिन्न प्रांतों की लोककलाओं और परंपराओं का शानदार प्रदर्शन किया गया।
शैक्षिक और सह-शैक्षिक उत्कृष्टता का जश्न
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. वैभव जोशी और डॉ. अमिता गोविल मौजूद रहे। समारोह का शुभारंभ कक्षा पाँच के विद्यार्थियों द्वारा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने से हुआ, जिसमें शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों की झलकियों को साझा किया गया। इसके बाद शुरू हुई प्रस्तुतियों ने पूरे सभागार को तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजायमान कर दिया।
राजस्थान की लोकधुन, गुजरात का गरबा, पंजाब का भांगड़ा और गिद्धा जैसे विविध रंगों से सजे नृत्यों ने नन्हे कलाकारों की ऊर्जा और प्रतिभा का परिचय कराया। मंच पर उतरे हर कलाकार ने अपने अभिनय और उत्साह से यह संदेश देने की कोशिश की कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर अद्वितीय और विश्वविख्यात है।
समारोह में स्वागत व भाषण
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/faculty-of-law-at-sharda-university-organized/
विद्यालय की एक्जीक्यूटिव हेड सुजैन होम्स ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे समारोह बच्चों की बहुमुखी क्षमताओं को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अर्ली इयरर्स की प्रधानाचार्या पारुल सिंधवानी ने भी बच्चों के अथक परिश्रम के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षिकाओं के योगदान की सराहना की।
समापन अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ. अरुणाभ सिंह ने सभी अभिभावकों और अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि इन नन्हें छात्रों का आत्मविश्वास वास्तव में प्रेरणादायी है और अभिभावकों का सहयोग ही विद्यालय को निरंतर नई ऊँचाइयों की ओर अग्रसर करता है।