पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आईटीएस द एजुकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने शिष्टाचार मुलाकात की
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आईटीएस द एजुकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। इस विशेष भेंट के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलावों, चुनौतियों और आवश्यक सुधारों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर आईटीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर पी चड्ढा भी उनके साथ उपस्थित रहे।

आईटीएस ग्रुप द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों, डिजिटल लर्निंग के एकीकरण
इस औपचारिक भेंट में अर्पित चड्ढा ने पूर्व राष्ट्रपति को आईटीएस ग्रुप द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों, डिजिटल लर्निंग के एकीकरण, स्किल डेवेलपमेंट कार्यक्रमों तथा इंडस्ट्री से समन्वय पर आधारित शिक्षा पद्धति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह संस्थान आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से बल्कि सामाजिक और नैतिक रूप से भी सशक्त बना रहा है।
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आईआईटी मंडी, आईआईएम जम्मू, रांची और उदयपुर जैसे देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी
उन्होंने यह भी बताया कि आईटीएस ग्रुप ने आईआईटी मंडी, आईआईएम जम्मू, IIT Rachi रांची और उदयपुर जैसे देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी कर छात्रों को उच्च गुणवत्ता की, रोजगारोन्मुखी और व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करने के प्रयास किए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य विद्यार्थियों में बहुआयामी व्यक्तित्व, नेतृत्व क्षमता और नवाचार के प्रति झुकाव को बढ़ावा देना है।

ऐसे संस्थान जो शिक्षा को समग्र विकास से जोड़ते हैं,
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आईटीएस ग्रुप के इन प्रयासों की भूरी-भूरी सराहना की और कहा कि आज के दौर में शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि उसमें नैतिक मूल्यों, सामाजिक जिम्मेदारी और व्यावहारिक समझ का समावेश आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे संस्थान जो शिक्षा को समग्र विकास से जोड़ते हैं, देश के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
भारत को वैश्विक शैक्षिक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित कर सकता है
अर्पित चड्ढा ने इस अवसर पर यह भी उल्लेख किया कि आईटीएस ग्रुप का उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों को एक जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक बनाना है, जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व, सतत नवाचार और गुणवत्तापूर्ण दृष्टिकोण भारत को वैश्विक शैक्षिक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
तीन दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है
आईटीएस एजुकेशन ग्रुप पिछले तीन दशकों से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है और हजारों विद्यार्थियों के जीवन को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। समूह का सतत प्रयास है कि वह छात्रों को न केवल बेहतर करियर बल्कि बेहतर जीवन जीने की सोच और समझ भी दे सके