गाजियाबाद (शिखर समाचार)|
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को हिण्डन नदी के डूब क्षेत्र में चल रही अवैध कॉलोनी और प्लाटिंग पर कड़ी कार्यवाही की। प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन-04 की टीम ने प्रभारी अधिकारी के नेतृत्व में सिद्धार्थ विहार क्षेत्र में अवैध रूप से की जा रही गतिविधियों पर बुलडोज़र चलवाया और मौके पर मौजूद अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया।
अवैध कॉलोनी पर सख्त कार्रवाई: शुरुआती दाग ध्वस्त कर भविष्य की साफ़ गाथा
जीडीए के मीडिया प्रभारी रूद्रेश कुमार शुक्ला ने बताया कि टीम ने कार्रवाई के दौरान सबसे पहले उन दो स्थानों को ध्वस्त किया जहां अवैध प्लाटिंग हेतु डिमार्केशन का कार्य किया जा रहा था। यह कार्य प्रारंभिक अवस्था में ही पकड़ लिया गया, जिसे तुरंत ही पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा दो अस्थायी स्थल कार्यालय भी तोड़े गए, जो इस अवैध कॉलोनी के संचालन और प्लाट बिक्री के लिए बनाए गए थे।
उन्होंने बताया कि दस्ते की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी। टीम ने एक अन्य अवैध कॉलोनी को भी निशाने पर लिया, जिसे पूर्व में कई बार ध्वस्त किया जा चुका था। इस कॉलोनी में दोबारा खड़ी की गई बाउंड्रीवाल को गिरा दिया गया और वहां तैयार किया गया स्विमिंग पूल भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
हिण्डन डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण पर कड़ी रोक, सुरक्षा को प्राथमिकता का संदेश
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प्राधिकरण अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि हिण्डन नदी के डूब क्षेत्र या अन्य प्रतिबंधित इलाकों में किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण, प्लाटिंग या कॉलोनी विकसित नहीं होने दी जाएगी। प्राधिकरण ने यह भी कहा कि डूब क्षेत्र में निर्माण करना न केवल गैरकानूनी है बल्कि लोगों की जान और संपत्ति को भी खतरे में डालता है।
ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान प्रवर्तन जोन-04 के प्रभारी अधिकारी, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, प्रवर्तन स्टाफ और प्राधिकरण पुलिस बल पूरी संख्या में मौजूद रहा। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखी।

प्राधिकरण ने दोहराया है कि अवैध कॉलोनियों को किसी भी स्थिति में पनपने नहीं दिया जाएगा और भविष्य में भी इसी प्रकार की कार्यवाहियां लगातार जारी रहेंगी। अधिकारियों ने आमजन से भी अपील की है कि वे डूब क्षेत्र या अवैध रूप से विकसित हो रही कालोनियों में प्लाट न खरीदें, वरना आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।