ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। देशभर के शिक्षकों के हितों की लड़ाई को एक स्वर में बुलंद करने के उद्देश्य से रविवार को कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीएफआई) का औपचारिक गठन किया गया। इसी के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी का ऐलान किया गया, जिसमें दिनेश चंद्र शर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। झारखंड से राममूर्ति सिंह को राष्ट्रीय महासचिव, संजय सिंह को राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शिव शंकर पांडे को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, राधे रमण त्रिपाठी और गौतमबुद्धनगर के मेघराज भाटी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।
टीईटी अनिवार्यता पर शिक्षकों का आक्रोश: बोले—योग्यता पर सवाल उठाना अन्याय, अब होगा राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष
कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि आरटीई लागू होने से पहले योग्यता मानदंड पूरा कर नियुक्त हुए अध्यापकों पर टीईटी अनिवार्यता का दबाव पूरी तरह अव्यावहारिक और अन्यायपूर्ण है, जिससे देश का हर शिक्षक परिवार मानसिक तनाव में है। आरोप लगाया गया कि राज्य सरकारें और केंद्र सरकार इस गंभीर विषय पर पर्याप्त संवेदनशीलता नहीं दिखा रहीं। इसी कारण यह संघर्ष अब राष्ट्रीय स्तर पर संगठित तरीके से लड़ा जाएगा।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मौजूदगी में यह सहमति बनी कि टीएफआई के बैनर तले टीईटी की अनिवार्यता के विरोध में 21 नवंबर 2025 को रामलीला मैदान, दिल्ली में विशाल महा रैली आयोजित की जाएगी। इसमें देशभर से शिक्षकों के शामिल होने की अपेक्षा जताई गई। कार्यक्रम में हजारों शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज हुई, जिनमें गौतमबुद्धनगर से लगभग 200 अध्यापक शामिल रहे।
मेघराज भाटी बोले—शिक्षकों के सम्मान की लड़ाई अब राष्ट्रीय स्तर पर, यही टीएफआई की स्थापना का मूल उद्देश्य
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मेघराज भाटी ने कहा कि यह चुनौती केवल किसी एक राज्य या श्रेणी के अध्यापकों की नहीं, बल्कि पूरे देश के शिक्षकों के सम्मान और भविष्य से जुड़ी लड़ाई है। इसलिए संघर्ष भी राष्ट्रीय स्तर पर ही जीतना होगा और यही सोच टीएफआई की स्थापना की नींव बनी।
जिला अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि 21 नवंबर की महा रैली में गौतमबुद्धनगर के सभी अध्यापक अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। जिला मंत्री गजन भाटी ने कहा कि टीईटी के मुद्दे पर संयुक्त रूप से आंदोलन के लिए संगठन की आवश्यकता थी, जिसे टीएफआई पूरा करेगा और यह लड़ाई जीतेगा भी। कार्यक्रम में शामिल प्रमुख शिक्षकों में मेघराज भाटी (मंडल अध्यक्ष मेरठ), अशोक शर्मा (जिला संरक्षक), प्रवीण शर्मा (जिला अध्यक्ष), गजन भाटी (जिला मंत्री), बलेराम नगर (वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष), स्मिता सिंह (ब्लॉक अध्यक्ष बिसरख), मीना यादव (ब्लॉक मंत्री बिसरख), अरविंद शर्मा (जिला मीडिया प्रभारी), सरताज अहमद (उपाध्यक्ष बिसरख), सीमा तिवारी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिसरख), मो असलम (जिला प्रचार मंत्री), सतीश पीलवान (ब्लॉक अध्यक्ष दनकौर), हेमराज शर्मा (ब्लॉक अध्यक्ष जेवर), विनोद ठाकुर (जिला संगठन मंत्री), रविंद्र भाटी (ब्लॉक अध्यक्ष दादरी), अमर भाटी (जिला उपाध्यक्ष), कुलदीप नागर (जिला प्रचार मंत्री), मो जावेद (कोषाध्यक्ष), सतीश नागर (जिला उपाध्यक्ष), जितेंद्र कुमार (ब्लॉक संयुक्त मंत्री), प्रदीप आर्य (संयुक्त मंत्री बिसरख), वेद प्रकाश गौतम (जिला उपाध्यक्ष), प्रीति पांडेय (जिला उपाध्यक्ष), अमित निमेष (जिला प्रचार मंत्री), शौकत अली (ब्लॉक उपाध्यक्ष), नवनीत तिवारी (ब्लॉक संगठन मंत्री दनकौर), निर्मला त्यागी (कोषाध्यक्ष दनकौर), प्रतिभा अवस्थी (संगठन मंत्री दनकौर), अतुल उपाध्याय (जिला उपाध्यक्ष), अनिल भाटी (ब्लॉक कार्यकारिणी सदस्य), अरुणनाथ तिवारी (संगठन मंत्री दनकौर), समरेश रावल, महेश कुमार (पूर्व मंत्री), रौदास (ब्लॉक मंत्री जेवर), आलेख नगर (ब्लॉक वरिष्ठ उपाध्यक्ष दनकौर), दीवान सिंह (जिला उपाध्यक्ष), धीरज शर्मा (ब्लॉक अकाउंटेंट दनकौर), प्रमोद वर्मा (घोड़ी दादरी), मिर्दुला शुक्ला (दादरी), वीरपाल सिंह (जिला प्रचार मंत्री), राजीव शर्मा (जिला संगठन मंत्री दनकौर), देवीराम शर्मा (ब्लॉक उपाध्यक्ष दनकौर), रिचा त्रिपाठी (महिला ब्लॉक उपाध्यक्ष दनकौर), अनु शर्मा (जिला संगठन मंत्री बिसरख), सीमा वार्ष्णेय (कोषाध्यक्ष बिसरख), रेखा चौधरी (प्रचार मंत्री बिसरख), सुमनलता पटेल (जिला उपाध्यक्ष) सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।
