गाजियाबाद (शिखर समाचार)
गाजियाबाद आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल आडिटोरियम परिसर में लगाए गए स्टॉल के माध्यम से 2047 तक विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश की झलक दिखाई। प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों को प्राधिकरण की चल रही और प्रस्तावित योजनाओं से रूबरू कराया।
मधुबन बापूधाम योजना में किसानों को भूमि आवंटन
प्राधिकरण की मधुबन बापूधाम योजना (1384 एकड़) में कृषकों की समस्याओं का समाधान करते हुए लगभग 1000 भूखंड मूल निवासियों को दिए जा रहे हैं। 2,40,000 वर्गमीटर भूमि कृषकों को देने के बाद भी प्राधिकरण के पास करीब 4000 करोड़ की संपत्ति विक्रय हेतु अवशेष रहेगी। इसी क्रम में मार्च 2025 में 1300 एकड़ में हरनन्दीपुरम आवासीय योजना लांच की गई, जिसमें अब तक 20 एकड़ भूमि का जुटाव किया जा चुका है।
प्राधिकरण की बोर्ड बैठक (2 सितम्बर 2025) में ग्राम सैदपुर और हुसैनपुर डीलना में 625 एकड़ पर नई औद्योगिक टाउनशिप का प्रस्ताव अनुमोदित किया गया है। इसके बनने से एनसीआर में औद्योगिक लॉजिस्टिक भूखंडों की उपलब्धता बढ़ेगी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के आसपास 500 एकड़ में स्पोर्ट्स सिटी की योजना तैयार हो रही है। हिंडन नदी पर रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का प्रस्ताव भी शीघ्र बोर्ड बैठक में लाया जाएगा।
हरित गाजियाबाद की दिशा में कदम
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हरित गाजियाबाद की परिकल्पना को साकार करने के लिए कई थीम आधारित पार्क विकसित किए जा रहे हैं। इनमें शामिल हैं रामायण थीम पार्क कोयल एन्कलेव योजना 26.26 करोड़ अक्टूबर 2026 तक तैयार। संस्कृतिक दर्शन पार्क इंदिरापुरम योजना 16 करोड़ जनवरी 2026 तक तैयार।
विकसित भारत पार्क मधुबन बापूधाम 45 करोड़, डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क राजेंद्र नगर 53 करोड़, सिटी फॉरेस्ट पार्क 143 एकड़ पुनर्विकास हेतु 55 करोड़,

स्टॉल पर रखे गए इन सभी योजनाओं के मॉडल आकर्षण का केंद्र बने और मुख्यमंत्री ने इन्हें भविष्य के गाजियाबाद और विकसित भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।