गाज़ियाबाद (शिखर समाचार) आईएमएस गाज़ियाबाद यूनिवर्सिटी कोर्सेज कैंपस में जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन विभाग की ओर से शुक्रवार को मीडिया फेस्ट अभिव्यक्ति-2025 का आयोजन हुआ। माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर सीए (डॉ.) राकेश छारिया, निदेशक प्रो. (डॉ.) जसकिरण कौर और विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार निगम ने इसका शुभारंभ किया।
दिल्ली-एनसीआर का शैक्षिक मेला: 600+ छात्रों ने किया धमाल
यह फेस्ट दिल्ली-एनसीआर का केंद्र बिंदु बन गया, जहाँ 57 से अधिक कॉलेजों और 12 से ज्यादा स्कूलों से आए 600 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। आफ्ट, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, हंसराज कॉलेज, रामजस कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी और नामचीन स्कूलों के छात्र इसमें शामिल हुए।
पूरे दिन कैंपस पांच प्रतियोगिताओं की गूंज से सराबोर रहा। रील मेकिंग, डिबेट कम्पटीशन, मीडिया रंगोली, नुक्कड़ नाटक और आरजे हंट जैसी प्रतिस्पर्धाओं ने विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच दिया। जज के रूप में संस्थान के पूर्व छात्रों को आमंत्रित किया गया।
नुक्कड़ नाटक में महाराजा अग्रसेन कॉलेज ने मारी बाज़ी
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नुक्कड़ नाटक में महाराजा अग्रसेन कॉलेज की टीम ने सबको पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया, जबकि औरोबिंदो कॉलेज दिल्ली की टीम दूसरे और मेज़बान आईएमएस गाज़ियाबाद यूनिवर्सिटी कोर्सेज तीसरे स्थान पर रही। वहीं आरजे हंट की कॉलेज कैटेगरी में गलगोटियास यूनिवर्सिटी की नंदिनी मिश्रा प्रथम स्थान पर रहीं, हंसराज कॉलेज के हर्ष शर्मा द्वितीय और आईएमएस के यश सोनी तृतीय स्थान पर रहे। स्कूल कैटेगरी में इंग्राहम स्कूल के अथर्व त्यागी ने सबको पछाड़ते हुए बाज़ी मारी।
मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे न्यूज़ एंकर्स ने विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया और पत्रकारिता की बारीकियों से उन्हें रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में मेहनत और तैयार रहना सबसे अहम गुण हैं। समाचार केवल सूचना नहीं बल्कि समाज को दिशा देने का माध्यम है। विद्यार्थियों ने इस संबोधन को बेहद प्रेरक बताया।
रंग, रचनात्मकता और चेतना: फेस्ट में युवाओं की सांस्कृतिक धमक
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फेस्ट के दौरान छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से भी समां बांधा। कहीं रंगों से बनी मीडिया रंगोली आकर्षण का केंद्र बनी तो कहीं नुक्कड़ नाटकों ने सामाजिक मुद्दों पर सवाल खड़े किए। प्रतिभागियों के उत्साह ने यह साबित किया कि युवा पीढ़ी में रचनात्मक ऊर्जा और सामाजिक चेतना दोनों समान रूप से मौजूद हैं।
कार्यक्रम के समापन पर विजयी छात्रों को नगद पुरस्कार और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संध्या शर्मा ने किया। इस अवसर पर डॉ. गिरीश कुमार सिंह, डॉ. खुर्शीद आलम, अनुराग सिंह, पूनम कुमारी और नारायण भटेजा भी मौजूद रहे।
