डीएवी विद्यालय गांधीनगर में विश्वकर्मा जयंती और प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन, छात्रों ने दिखाई देशभक्ति की उमंग

Rashtriya Shikhar
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At DAV School Gandhinagar, Vishwakarma Jayanti and Prime Minister Modi's birthday were celebrated IMAGE CREDIT TO SCHOOL

दिल्ली (शिखर समाचार) शाहदरा जिले के गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र स्थित डीएवी विद्यालय क्रमांक-1 में बुधवार को विशेष माहौल देखने को मिला। यहां भगवान विश्वकर्मा जयंती के साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिवस पूरे उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। सुबह से ही विद्यालय परिसर देशभक्ति और सांस्कृतिक धुनों से गूंजता रहा। दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ आरंभ हुए इस कार्यक्रम ने छात्रों और अतिथियों में जोश भर दिया।

सम्मानित अतिथियों की मौजूदगी में कार्यक्रम सम्पन्न, संचालन आशुतोष ने संभाला

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मुख्य अतिथि के रूप में गीता स्कूल सुल्तानपुरी के उपप्रधानाचार्य ओमपाल यादव मौजूद रहे। विद्यालय अध्यक्ष नरेश शर्मा, प्रबंधक गिरजेश रुस्तगी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दिल्ली प्रांत के सह बौद्धिक प्रमुख सतीश शर्मा समेत कई गणमान्य व्यक्तित्व मंच पर उपस्थित रहे। विद्यालय के हिंदी प्रवक्ता आशुतोष ने कार्यक्रम का संचालन संभाला और पूरे आयोजन को संजीदगी के साथ आगे बढ़ाया।

इस मौके पर विद्यालय अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इसके उपरांत प्रधानमंत्री मोदी के जीवन से जुड़े तथ्यों पर विशेष प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। बच्चों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री की जीवन यात्रा को जानने में गहरी रुचि दिखाई। इसी क्रम में वक्ताओं ने मोदी के बचपन से लेकर आज तक के संघर्षपूर्ण और प्रेरणादायी जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। छात्रों को संदेश दिया गया कि कठिन परिश्रम और देशभक्ति ही सफलता का आधार है।

विश्वकर्मा जयंती पर सृजनशीलता और नवाचार को किया नमन

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कार्यक्रम में भगवान विश्वकर्मा की महत्ता को भी रेखांकित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि विश्वकर्मा न केवल निर्माण और वास्तुकला के देवता हैं बल्कि तकनीकी कौशल और नवाचार के प्रतीक भी हैं। उनके द्वारा रचे दिव्य आविष्कारों इंद्रपुरी, द्वारका, पुष्पक विमान और सुदर्शन चक्र की चर्चा करते हुए बताया गया कि सृजनशीलता जीवन का आधार है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह बौद्धिक प्रमुख सतीश शर्मा ने कहा कि हर कार्य यदि निष्ठा और श्रद्धा से किया जाए तो वह ईश्वर की आराधना बन जाता है। उनका यह विचार छात्रों के बीच विशेष प्रेरणा का स्रोत साबित हुआ।

खेल प्रतिभाओं को मिला मंच, मेधावी छात्रों के लिए सुविधाओं की घोषणा

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विद्यालय अध्यक्ष नरेश शर्मा ने खेलों में बच्चों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता जताई। योगासन प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान और कबड्डी में तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन प्रदान किया गया। पीटीआई हिमांशु के प्रयासों की सराहना की गई। वहीं, विद्यालय प्रबंधक गिरजेश रुस्तगी ने घोषणा की कि 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त सुविधाएँ दी जाएँगी और उनका सम्मान किया जाएगा।

अंत में मुख्य अतिथि ओ पी यादव ने विद्यालय से जुड़ी अपनी स्मृतियों को साझा किया और छात्रों के प्रति स्नेह प्रकट करते हुए एक भावुक शेर भी सुनाया उजाला अपनी यादों का हमारे दिल में रहने दो, न जाने कब ज़िंदगी की शाम हो जाए।

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कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। विद्यालय परिसर में इस अवसर पर बच्चों और अतिथियों ने शिक्षा, संस्कृति और खेल को जीवन में समान महत्व देने का संकल्प लिया।

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