नई दिल्ली (शिखर समाचार) अंतरराष्ट्रीय साइबर सुरक्षा परिदृश्य को नई दिशा देने की दृष्टि से साइबरपीस ने बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे एस एन प्रधान (सेवानिवृत्त) को संगठन का ग्लोबल सीईओ एवं चीफ़ मेंटर नियुक्त करने की घोषणा की है। यह जिम्मेदारी वे 1 सितम्बर 2025 से संभालेंगे।
साइबरपीस में नई रणनीति: श्री प्रधान के नेतृत्व में डिजिटल शांति और वैश्विक साइबर सुरक्षा को नई दिशा
इस नियुक्ति के साथ ही साइबरपीस ने स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में उसकी प्राथमिकताएँ केवल तकनीकी ढाँचों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा, लचीलापन, अनुसंधान, नीति-निर्माण और डिजिटल शांति निर्माण को गति देने पर केंद्रित होंगी। श्री प्रधान नई भूमिका में वैश्विक रणनीति तय करने, साझेदारियों को मज़बूत बनाने और संगठन के प्रभावकारी कार्यक्रमों की दिशा तय करने का नेतृत्व करेंगे।
लंबे कार्यकाल में पुलिस सेवा के उच्च पदों पर रहकर उन्होंने आपदा प्रबंधन, मादक पदार्थ नियंत्रण, वामपंथी उग्रवाद से निपटने और प्रौद्योगिकी आधारित पुलिसिंग जैसे जटिल अभियानों का सफल नेतृत्व किया। उनके अनुभव को अब साइबरस्पेस की चुनौतियों से निपटने में नई शक्ति माना जा रहा है। स्वयं श्री प्रधान का कहना है कि साइबर खतरों की कोई भौगोलिक सीमा नहीं होती, इसलिए उनका मकसद राष्ट्रों, संस्थानों और समुदायों को भरोसा और सुरक्षा के साझा ध्येय के इर्द-गिर्द एकजुट करना होगा।
श्री प्रधान के नेतृत्व में साइबरपीस का विस्तार: वैश्विक मंच पर नई पहल और मजबूत नेटवर्किंग
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संगठन के संस्थापक एवं ग्लोबल प्रेसिडेंट विनीत कुमार ने भी इस मौके पर कहा कि श्री प्रधान का रणनीतिक दृष्टिकोण और जमीनी अनुभव, दोनों का संगम साइबरपीस को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रासंगिक बनाएगा। उनकी अगुवाई में साइबर मानदंडों को आगे बढ़ाने, साइबरपीस इंडेक्स को गति देने और साइबरपीस कॉर्प्स को नए देशों तक फैलाने का लक्ष्य रखा गया है।
नए चार्टर और जिम्मेदारियाँ
साइबरपीस के ग्लोबल सीईओ एवं चीफ़ मेंटर के तौर पर श्री प्रधान की जिम्मेदारियाँ व्यापक होंगी। इनमें अंतरराष्ट्रीय मंचों पर संगठन का प्रतिनिधित्व करना, भावी साइबर नेताओं का मार्गदर्शन करना, साइबरपीस सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस और साइबरपीस यूनिवर्सिटी पहलों की देखरेख करना, एआई गवर्नेंस एवं साइबर अपराध प्रतिक्रिया जैसे अहम विषयों पर नीतिगत पहल करना और सभी कार्यक्रमों में सुशासन व प्रभाव मूल्यांकन को सुदृढ़ करना शामिल है।
श्री प्रधान के नेतृत्व में साइबरपीस की शुरुआती 100 दिन की महत्वाकांक्षी कार्ययोजना: वैश्विक साझेदारियों से डिजिटल सुरक्षा तक
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पहले 100 दिन की कार्ययोजना
साइबरपीस ने श्री प्रधान के नेतृत्व में शुरुआती सौ दिनों की कार्ययोजना भी तय की है। इसमें सरकारों, संयुक्त राष्ट्र निकायों और तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ साझेदारियों को औपचारिक रूप देना, साइबर नीति एवं कूटनीति से जुड़े वैश्विक प्रोग्राम कार्यालय की स्थापना, साइबरपीस इंडेक्स को पायलट देशों में लागू करना, कानून प्रवर्तन एजेंसियों व नियामकों के लिए मेंटरशिप कार्यक्रम शुरू करना और प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता अभियानों के साथ साइबरपीस कॉर्प्स की सक्रिय तैनाती करना शामिल है।
इस बड़े कदम से साफ है कि साइबरपीस अब केवल एक विचार मंच नहीं रहेगा, बल्कि एक ऐसा वैश्विक संस्थान बनेगा जो डिजिटल युग में सुरक्षा और विश्वास के नए मानक तय करेगा। एस एन प्रधान का अनुभव और नेतृत्व इस अभियान को वह विश्वसनीयता और दिशा देगा जिसकी आज के समय में सबसे अधिक आवश्यकता है।