हापुड़ (शिखर समाचार)
जनपद हापुड़ में प्रशासन ने बालश्रम पर कड़ा रुख अख़्तियार करते हुए गढ़मुक्तेश्वर में बड़ी कार्रवाई अंजाम दी। श्रम विभाग और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) की संयुक्त टीम ने औचक चेकिंग अभियान चलाकर दुकानों और वर्कशॉपों में छिपा शोषण उजागर किया। इस दौरान टीम ने पाँच नाबालिग बच्चों को दुकानदारों की कैद से मुक्त कराया, जिन्हें काम की कठिनाई और जोखिम भरे हालात से निकालकर सुरक्षित वातावरण में उनके परिवारों के सुपुर्द कर दिया गया।
नाबालिगों से मजदूरी कराना अब भारी पड़ सकता है, एएसपी विनीत भटनागर ने दी सख्त चेतावनी
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि नाबालिगों से जबरन मजदूरी कराना कानूनन अपराध है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि चौदह वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम करवाने वाले दुकानदारों और मालिकों पर अब कठोर कार्रवाई तय है। उन्होंने यह भी कहा कि जिला स्तर पर लगातार निरीक्षण अभियान जारी रहेगा ताकि कोई भी बच्चा मजदूरी की बेड़ियों में जकड़ा न रहे।
बालश्रम पर सख्त कार्रवाई, बच्चों के भविष्य और स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर सरकार ने जारी की कड़ी चेतावनी
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अधिकारियों का कहना है कि बालश्रम न केवल बच्चों के अधिकारों का हनन है बल्कि उनके भविष्य और स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ है। सरकार ने साफ कर दिया है कि यदि कोई व्यक्ति नाबालिग से कार्य कराता पाया गया तो उसके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के साथ-साथ आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा। इस कार्रवाई से स्थानीय स्तर पर दुकानदारों और व्यापारियों में खलबली मच गई है और लोग अब सचेत होने लगे हैं।
