ग्रेटर नोएडा (शिखर समाचार)। नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के परिसर में सोमवार से एंटी रैगिंग वीक का आगाज़ हुआ, जिसमें पूरे उत्साह और गंभीरता के साथ छात्रों को रैगिंग जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहने का संदेश दिया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि इस सप्ताहभर चलने वाले विशेष अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों के बीच सौहार्द, आपसी सम्मान और सुरक्षित माहौल को बढ़ावा देना है, ताकि शिक्षा का वातावरण भय और असहजता से मुक्त रहे।
रैगिंग के खिलाफ सशक्त संदेश: पोस्टर प्रतियोगिता और कानूनी जागरूकता से छात्रों को किया गया सजग
कार्यक्रम की शुरुआत एंटी रैगिंग थीम पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता से हुई, जहां छात्रों ने अपने रचनात्मक अंदाज़ में रैगिंग के खिलाफ सशक्त संदेश प्रस्तुत किए। इस मौके पर शारदा स्कूल ऑफ डेंटल साइंसेज के कार्यवाहक डीन डॉ. हेमंत साहनी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए रैगिंग की परिभाषा, इसके आपराधिक स्वरूप और कानून के तहत मिलने वाली सख्त सज़ाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह नियम जूनियर्स की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं, लेकिन अगर इनका दुरुपयोग हुआ तो यह किसी के भविष्य को बर्बाद कर सकता है। उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि किस तरह का व्यवहार रैगिंग के दायरे में आता है और जरूरत पड़ने पर सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर व वेबसाइट का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
रैगिंग नहीं केवल कानून उल्लंघन, बल्कि मानवीय मूल्यों की भी दुहाई: डॉ. साहनी का छात्रों से आह्वान
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/rapid-gunfire-in-sahibabad/
डॉ. साहनी ने सभी विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे विश्वविद्यालय परिसर में सम्मान और गरिमा की संस्कृति को अपनाएं, ताकि हर छात्र यहां खुद को सुरक्षित और आत्मविश्वासी महसूस कर सके। उन्होंने कहा कि रैगिंग सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों के खिलाफ भी है।
विभागाध्यक्षों ने रैगिंग उन्मूलन और सकारात्मक शैक्षणिक माहौल के लिए छात्रों को किया प्रेरित
ALSO READ:https://rashtriyashikhar.com/deliberations-held-during-bhakiyu-tikait/
इस कार्यक्रम में डॉ. सुखदीप सिंह, डॉ. विद्या देवी चंदावरकर, डॉ. मिथिलेश मिश्रा, डॉ. नेहा अवस्थी, डॉ. यानिना सिंह और डॉ. सृष्टि ठाकुर समेत विभिन्न विभागों के एचओडी उपस्थित रहे। सभी ने छात्रों से मिलकर रैगिंग उन्मूलन के संकल्प को आगे बढ़ाने और सकारात्मक, सहयोगी तथा प्रेरणादायक शैक्षणिक वातावरण तैयार करने का आह्वान किया।